
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना काम करने वाली महिलाओं की मजदूरी के नुकसान की भरपाई और मुआवजा देना तथा उचित आराम और पोषण की सुनिश्चित करने के लिए लागू की गई है। बता दें कि इस योजना के चलते गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य में सुधार और नकदी प्रोत्साहन के माध्यम से अधिक भाषाओं के अभाव को कम करना है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को पहले जीवित बच्चे के जन्म के दौरान फायदा होगा। योजना किला ब्रास डीपीटी के माध्यम से लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाएगी वही रिपोर्ट के मुताबिक सरकार निम्नलिखित किस्तों में राशि का भुगतान करेगी।
Chhattisgarh: सीएम भूपेश बघेल ने श्रमवीरों के साथ की नए साल की शुरुआत, दी चार बढ़ी सौगातें
जानकारी के मुताबिक सरकार तीन किस्तों में गर्भवती महिलाओं को और जन्म देने वाले महिलाओं को ₹5000 डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में भेजेगी। पहली किस्त गर्भावस्था के पंजीकरण के समय वहीं दूसरी के 6 महीने की गर्भावस्था के बाद कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच कर लेने के पश्चात भेजेगी जबकि तीसरी किस्त बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र हो जाने के बाद बच्चे को बीसीजी ओपीवी ऑडिबिलिटी और हैपेटाइटिस भी सहित पहली पीके चक्र शुरू हो जाने के बाद जारी की जाएगी।
आपको बता दें कि इस योजना का लाभ हमारे देश के सभी गर्भवती महिला ₹6000 प्राप्त कर सकती हैं। आवेदन करने के लिए गर्भवती महिला आंगनवाड़ी या स्वास्थ्य केंद्र में जाकर 3 आवेदन फॉर्म भरने होंगे आवेदन फॉर्म प्राप्त करने के लिए नजदीकी आंगनवाड़ी के निकट स्वास्थ्य केंद्र में जाएं और पंजीकरण कराएं इस योजना का लाभ पहले जीवित बच्चे को जन्म देने पर ही गर्भवती महिलाओं को दिया जाएगा।
इस योजना के लिए जो गर्भवती महिलाएं आवेदन कर सकती हैं इस प्रकार है गर्भवती महिलाएं जो 19 किस वर्ष से अधिक हुआ इस योजना का लाभ उठा सकती है वही गर्भवती महिलाओं के लिए है जो 1 जनवरी 2017 के बाद गर्भवती हुई है।