कानपुर: GSVM मेडिकल कॉलेज के छह प्रोफेसरों को मिला नोटिस
उत्तरप्रदेश शासन ने कोरोना ड्यूटी न करने के आरोप में GSVM मेडिकल कॉलेज के छह प्रोफेसरों को नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब मांगा है। इन प्रोफेसरों की शिकायत पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. आरबी कमल ने की थी। ज्यादातर प्रोफेसरों का कहना है कि उन्होंने कोरोना ड्यूटी की है।
इस पर वे नियमावली के हवाले के साथ सारे सुबूत जमा कर जोरदार पलटवार की तैयारी में जुट गए हैं। पूर्व प्राचार्य डॉ. आरबी कमल ने अपनी नाकामयाबी का ठीकरा मेडिकल कॉलेज के साथी प्रोफेसरों पर फोड़ा था। अपने तबादले के दिन ही उन्होंने विभागाध्यक्षों की लिखित शिकायत शासन को भेजी थी।
इसमें हैलट अस्पताल की तत्कालीन प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ज्योति सक्सेना का नाम था, जिनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई कर दी गई और उन्हें यहां से हटा दिया गया। इसके बाद कम्यूनिटी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. सीमा निगम को नोटिस जारी किया गया।
अब सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो. जीडी यादव, पैथोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. महेंद्र सिंह, नेत्र रोग विभागा के हेड डॉ. परवेज खान, डॉ, सौरभ सक्सेना को नोटिस मिला है। इन प्रोफेसरों का कहना है कि उन्होंने कोरोना ड्यूटी की थी। डॉ. यादव न्यूरो साइंसेज कोरोना अस्पताल के अधीक्षक रहे।
साथ ही क्वांरटीन टास्क फोर्स के चेयरमैन थे। डॉ. खान ने हैलट के कोरोना अस्पतालों के अलावा मुरादाबाद जाकर कोरोना ड्यूटी की। इसके अलावा किसी को भी उत्तरप्रदेश शासन में शिकायत से पहले चेतावनी नोटिस नहीं मिला। प्रोफेसर ड्यूटी संबंधी सारे रिकॉर्ड जुटाकर पलटवार की तैयारी कर रहे हैं।