
एमआइ -17 विमान हादसे मामले में बड़ा खुलासा, जांच समिति ने दी ये जानकारी
भारतीय वायु सेना के अधिकारी एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता वाली ट्राई-सर्विस जांच दल केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को 8 दिसंबर को हुई एमआइ -17 हेलिकॉप्टर दुर्घटना के कारणों पर विस्तृत जानकारी देगा। बता दें कि, इस दुर्घटना में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 12 अन्य सैन्यकर्मियों की मौत हो गई थी।
वरिष्ठ हेलिकॉप्टर की मदद से हो रही जांच
भारतीय नौसेना के एक वरिष्ठ हेलिकॉप्टर पायलट दुर्घटना की जांच का हिस्सा थे और उन्होंने जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सरकारी सूत्रों ने बताया कि जांच दल में सेना का एक अधिकारी भी शामिल था। भारतीय वायुसेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ जांच दल रक्षा मंत्री के साथ-साथ मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दुर्घटना और उसके कारणों की जानकारी देगा।
चट्टान से टकराकर दुर्घटना की आशंका
सूत्रों की मानें तो, Mi-17V5 पहाड़ियों में एक रेलवे लाइन के पास उड़ रहा था। तभी वे अचानक उभरे घने बादल में घुस गए। हेलिकॉप्टर कम ऊंचाई पर उड़ रहा था। और इलाके को जानने के बाद यह जानकारी सामने आ रही है कि, बावजूद इसके चालक दल ने विमान उतारने का फैसला नहीं किया। ऐसे में विमान एक चट्टान से टकरा गया।
समिति ने की कई सिफारिशें
इसके अलावा, जांच समिति द्वारा की गई सिफारिशों में कहा गया है कि भविष्य में, चालक दल में मास्टर ग्रीन और अन्य श्रेणी के पायलट होने चाहिए, ताकि यदि आवश्यक हो, तो वे जमीन पर स्टेशन से मदद ले सकें। एयर मार्शल एम सिंह की अध्यक्षता वाली जांच समिति ने कई अन्य सिफारिशें भी की हैं।