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भारत बना संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष, परिषद की अध्यक्षता करने वाले मोदी होंगे पहले पीएम

एक महीने के लिए सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्य भारत को पहली बार संयुक्त राष्ट्र के इस सर्वोच्च संगठन की अध्यक्षता करने का अवसर मिला है। मोदी होंगे ऐसे पहले भारतीय पीएम जो सुरक्षा परिषद की करेंगे अध्यक्षता।

नई दिल्ली: रविवार यानी कल भारत एक महीने के लिए सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता का कार्यभार संभालने की पदवी पाकर भारत ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि वह इस अवसर का उपयोग करने को पूरी तरह से तैयार है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता का पद भारत ऐसे समय में संभाल रहा है, जब वैश्विक स्तर पर कोरोना महामारी, समुद्री सुरक्षा, अफगानिस्तान और आतंकवाद का मुद्दा काफी महत्वपूर्ण है।

ऐसे में ये संभव है की भारत के पीएम नरेंद्र मोदी यूएनएससी के किसी एक कार्यक्रम की अध्यक्षता भारत के प्रतिनिधि के तौर पर करें। ऐसा करने वाले वह भारत के पहले प्रधानमंत्री बन सकते हैं। अगले एक महीने होने वाले इस कार्यक्रम का आधिकारिक एजेंडा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तरफ से सोमवार को जारी किया जाएगा। एजेंडे में अहम मुद्दों को शामिल करने के लिए भारत अपने महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार देशों के साथ लगातार संपर्क में है।

भारत की तैयारियों को इस बात से समझा जा सकता है कि अगले एक महीने के दौरान यूएनएससी में अलग-अलग आयोजनों को पीएम नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला संबोधित करेंगे। पीएम मोदी किस आयोजन को संबोधित करेंगे इसका फैसला अभी होना बाकी है।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने इस बात की जानकारी देते हुए इंटरनेट मीडिया पर लिखा है कि पीएम नरेंद्र मोदी संभवत: नौ अगस्त को यूएनएससी में एक कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे और ऐसा करने वाले वे भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे। सूत्रों का कहना है कि अभी इस बारे में अंतिम फैसला होना बाकी है। ऐसे में इस दौरान विदेश मंत्री जयशंकर संयुक्त राष्ट्र में भारत के हितों से जुड़े किसी महत्वपूर्ण मुद्दे पर वहां उपस्थित होकर भारत का पक्ष रख सकते हैं।

आपकी जानकारी के लिए कि अगस्त के लिए तैयारी भारत ने दो महीने पहले से शुरू कर दी थी। इस बारे में देश के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्वयं अमेरिका व रूस के विदेश मंत्रियों से वार्ता की है, ताकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जिन मुद्दों को भारत आगे लाना चाहता है, उसे व्यापक समर्थन मिल सके।

रूस के राजदूत निकोलाई कुदाशेव ने नई दिल्ली में कहा है कि भारत ने समुद्री सुरक्षा, शांति दल और आतंकवाद जैसे मुद्दों को उठाने का फैसला किया है, जो काफी स्वागतयोग्य है। फ्रांस के राजदूत एमानुएल लीनैन ने कहा है कि फ्रांस भारत की अध्यक्षता में यूएनएससी के काम काज में पूरा सहयोग करने को तैयार है, ताकि कानून सम्मत अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था कायम हो सके।

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