
‘प्रथम प्रणब मुखर्जी स्मृति व्याख्यान’ के अवसर पर देश के दिग्गज राजनेताओं ने प्रणब दा को किया याद
इस अवसर पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि वह बांग्लादेश के सच्चे मित्र और उपमहाद्वीप के एक महान राजनीतिक प्रतीक थे। मैं इस महान व्यक्तित्व को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
नई दिल्ली : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने ‘प्रथम प्रणब मुखर्जी स्मृति व्याख्यान’ में कहा कि भारत के राष्ट्रपति के सर्वोच्च संवैधानिक पद को प्राप्त करने से पहले उनका 5 दशकों से अधिक का राजनीतिक जीवन काफी लंबा और शानदार था। प्रणब दा कांग्रेस पार्टी के सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक थे।
मनमोहन ने अपने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा की ‘भारत सरकार के मंत्रालयों में प्रणब मुख़र्जी ने कई महत्वपूर्ण विभागों को संभाला। उन्होंने जितने भी पदों पर काम किया, उन पदों पर उन्होंने व्यापक ज्ञान, गहन ज्ञान, सार्वजनिक जीवन और नेतृत्व कौशल का व्यापक अनुभव, मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर सरकार के महत्वपूर्ण फैसलों का नेतृत्व किया।
इस अवसर पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि वह बांग्लादेश के सच्चे मित्र और उपमहाद्वीप के एक महान राजनीतिक प्रतीक थे। मैं इस महान व्यक्तित्व को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। प्रणब दा का बांग्लादेश से गहरा लगाव था। हमारे महान मुक्ति संग्राम में उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। बांग्लादेश के लोग उनके समर्थन को कृतज्ञतापूर्वक याद करते हैं। वो हमारे राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के लिए बहुत सम्मान करते थे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह स्मृति व्याख्यान प्रणब मुखर्जी लिगेसी फाउंडेशन (पीएमएलएफ) द्वारा आयोजित किया गया था। फाउंडेशन के द्वारा आयोजित प्रथम प्रणब मुखर्जी स्मृति व्याख्यान में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि 2018 में नागपुर में एक आरएसएस प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए प्रणब दा ने कहा कि लोकतंत्र एक उपहार नहीं बल्कि एक पवित्र मार्गदर्शक है।
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