
लखनऊ: पश्चिम से लेकर पूरब तक विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हवा काफी तेज चली। जिसका नतीजा 255 सीटों के रूप में सामने आया। कई जिलों में क्लीन स्वीप करते हुए सभी सीटों पर जीत दर्ज की तो कुछ जिलो में ज्यादातर सीटों पर कब्जा किया। लेकिन इस चुनाव में समाजवादी पार्टी भले ही बहुमत का आंकड़ा न पार कर पाई हो, फिर भी उसने कई दिग्गज मंत्रियों के किले को ढहा दिया।
इन दिग्गजों में कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के अलावा कई मंत्री जो अपनी प्रतिष्ठा नहीं बचा पाए और सपा के लड़ाकों ने चुनावी समर में पटखनी दे दी। थानाभवन सीट पर मंत्री सुरेश राणा चुनाव हार गए, तो वहीं कैराना में सपा के नाहिद हसन चुनाव जीत गए और शामली सीट से रालोद प्रत्याशी प्रसन्न चौधरी विजयी हुए।
अगर भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो उसने प्रदेश की 23 जिले में क्लीन स्वीप किया और सपा गठबंधन का यहां खाता तक नहीं खुल सका। गोरखपुर की 9, कुशीनगर की 5, देवरिया की 7, गोंडा की 7, गाजियाबाद की 5, गौतमबुद्धनगर की 3, हापुड़ की 3, बुलंदशहर की 7, फर्रुखाबाद की 7, कन्नौज की 3, पीलीभीत की 4, मथुरा की 5, आगरा की 9, अलीगढ़ की 7, एटा की 4, वाराणसी की 8, रॉबर्ट्सगंज की 4, झांसी की 4, ललितपुर की 4, महोबा की 2, हमीरपुर की 2, हरदोई की सभी 8 और लखीमपुर की भी सभी 8 सीटें शामिल हैं। पार्टी के इन 23 जिलों क 121 सीटों को अपने नाम किया जिससे प्रदेश की सत्ता पर फिर काबिज होने में उसे बड़ी मदद मिली।