
हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में टीकाकरण की धीमी गति बन रही है चिंता का कारण
उत्तराखंड में टीकाकरण अभियान गति पकड़ रहा है और राज्य का स्वास्थ्य विभाग कोविड-19 के टीकों का पर्याप्त स्टॉक होने का दावा कर रहा है। वहीं हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिलों में टीकाकरण की धीमी गति चिंता का कारण बन रही है।
इन दोनों जिलों में अभी तक केवल 70 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण हुआ है, जो अन्य जिलों और राज्य के औसत से कम है। उल्लेखनीय है कि बागेश्वर और रुद्रप्रयाग जिलों में शत-प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के पास कोविड-19 वैक्सीन की 12 लाख से अधिक खुराकें है।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि राज्य की 89 प्रतिशत 45 से अधिक आबादी को पहली खुराक लग चुकी है। जबकि इस आयु वर्ग के 52 प्रतिशत लोगों को दोनों टीके लग चुके हैं। 18 से 45 वर्ष के आयु वर्ग में 76 प्रतिशत लोगों को टीके की पहली खुराक लग चुकी हैं। पर केवल 7 प्रतिशत लोगों को दोनों टीके लगे है।
सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज (एसडीसी) फाउंडेशन के संस्थापक, अनूप नौटियाल ने कहा कि 31 दिसंबर तक प्रत्येक वयस्क नागरिक को दोनों खुराक के साथ टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, राज्य के स्वास्थ्य विभाग को प्रतिदिन 61,815 खुराक देने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर तक लक्ष्य को प्राप्त करने और दो खुराक के बीच 12 सप्ताह की दूरी की बाध्यता है। इसे देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य विभाग को सितंबर के महीने में पूरी वयस्क आबादी को वैक्सीन की पहली खुराक लगाना जरूरी है।
नौटियाल ने कहा कि ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिलों में जागरूकता अभियान चलाया जाए ताकि टीकाकरण अभियान को गति मिले।
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