हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित, भूस्खलन से 80 सड़कें ठप, 101 बिजली ट्रांसफार्मर हुए प्रभावित
शिमला : हिमाचल प्रदेश(Himachal Pradesh) में बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है। बारिश की वजह से जन जीवन काफी हद तक प्रभावित हुआ है। शुक्रवार को बारिश की वजह से सुबह जगह-जगह भूस्खलन(landslide) के चलते 80 सड़कों पर आवाजाही ठप हो गयी। सबसे ज्यादा 32 सड़कें कुल्लू जिले में ठप रहीं। चंबा में 18, मंडी 15 और शिमला में 11 सड़कें ठप हैं। इसके अलावा प्रदेश में 101 बिजली ट्रांसफार्मर व 27 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हैं। इतना ही मंडी में बादल फटने की वजह से भारी तबाही का मंजर देखने को मिला है। सराज विधानसभा क्षेत्र (Saraj Assembly Constituency) की ग्राम पंचायत जैंशला के अंतर्गत भेंचडी गांव की खड्ड में बीते दिनों बादल फटने से दो पैदल चलने योग्य पक्के पुल, आधा दर्जन घराट, पेयजल पाइपलाइन, सड़कें, खेत और रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए। पुल बह जाने से खड्ड को पार करने के लिए स्कूली बच्चों समेत लोंगो को लगभग दो किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। बादल फटने के बाद खड्ड का जल स्तर बहुत अधिक बढ़ा है
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला(Meteorological Center Shimla) द्वारा मौसम को लेकर दी गयी जानकारी में बताया गया कि, ”प्रदेश में 28 अगस्त को भारी बारिश का येलो अलर्ट है। मौसम विभाग के अनुसार अगले चार-पांच दिनों के दौरान हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश की तीव्रता में कमी आएगी। हालांकि राज्य के मध्य पहाड़ी छिटपुट भागों में 31 अगस्त तक हल्की बारिश जारी रहने की संभावना है। जबकि 28-29 अगस्त को कांगड़ा, चंबा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन,सिरमौर, ऊना, हमीरपुर व बिलासपुर के कुछ स्थानों में भारी बारिश होने की संभावना है। सितंबर के पहले सप्ताह में वर्षा गतिविधि घटने की संभावना है। पिछले सप्ताह के दौरान प्रदेश में मानसून सामान्य रहा। राजधानी शिमला व आसपास भागों में आज सुबह से धूप खिलने के साथ हल्के बादल भी छाए हुए हैं। 24 घंटों के दौरान नाहन में 45.8, नयनादेवी 18.0 और धर्मशाला में 8.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।”
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