गुड्डू मुस्लिम ने उमेश पाल की हत्या के लिए दिल्ली से मंगाए गए थे विदेशी हथियार, ऐसे हुआ खुलासा
गुड्डू मुस्लिम की तलाश में जुटी दिल्ली पुलिस, घर पर चस्पा किया नोटिस
प्रयागराज/दिल्ली: प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के लिए गुड्डू मुस्लिम ने असलहे दिल्ली से मंगाए गए थे। पांच लाख के इनामी अपराधी गुड्डू ने यह हथियार अंतरराज्यीय असलहा तस्कर के जरिए मंगाए थे। इस बात का खुलासा खुद असलहा सप्लायर तस्कर अवतार सिंह और दिल्ली में पकड़े गए असद के तीन पनाहगारों ने किया है।
दिल्ली पुलिस को भी इस मामले में गुड्डू मुस्लिम की तलाश है और उसके घर पर नोटिस भी चस्पा किया गया है। मार्च में दिल्ली पुलिस ने अंतरराज्यीय असलहा तस्कर अवतार सिंह नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया था। इसके तार न सिर्फ दिल्ली बल्कि कई के अन्य राज्यों से भी जुड़े हुए हैं।
दो युवकों को सप्लाई किए गए 10 विदेशी असलहे
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जब अवतार सिंह से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने कुछ दिनों पहले ही जीशान और खालिद नाम के दो युवकों को 10 विदेशी असलहे सप्लाई किए थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 28 मार्च को जीशान और खालिद को शेख सराय इलाके से गिरफ्तार कर उनके कब्जे से दो पिस्टल और मैगजीन बरामद की थी। इसके बाद उनकी निशानदेही पर 31 मार्च को दिल्ली से ही जावेद नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया।
दिल्ली पुलिस ने जब इन तीनों से पूछताछ की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद का बेटा असद और उसका साथी गुलाम दिल्ली पहुंचे थे। दोनों उनकी मदद से ही काफी दिनों तक यहीं छिपे रहे। दिल्ली पुलिस ने नौ अप्रैल को इस मामले में चारों को असलहा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
दिल्ली पुलिस भी गुड्डू मुस्लिम की तलाश में
हालांकि, तीनों असलहा तस्करों ने पूछताछ में एक और चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी गुड्डू मुस्लिम ने असलहा सप्लायर अवतार के जरिए 10 असलहे मंगवाए थे। असलहे क्यों मंगवाए?, इस सवाल पर उनका कहना था कि इस बारे में उन्हें कुछ नहीं बताया गया। यह जानकारी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस भी गुड्डू मुस्लिम की तलाश में जुट गई है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुड्डू मुस्लिम के नाम एक नोटिस भी जारी किया। इस नोटिस में लिखा है कि आर्म्स एक्ट के मामले में पुलिस को कुछ ऐसे सबूत मिले हैं, जिसके आधार पर उससे पूछताछ की जानी है। नोटिस में 25 अप्रैल को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के कार्यालय में उपस्थित होकर बयान दर्ज करने को भी निर्देशित किया गया था।