
दिल्ली जल बोर्ड की सराहनीय पहल, अब फेस्टिवल सीजन में दिल्ली वासियों को नहीं होगी पानी की किल्लत
नई दिल्ली। 5 नवम्बर से गंग नहर की मरम्मत के चलते इस बार राजधानी दिल्ली में पानी की किल्लत नहीं होगी । इस बात की घोषणा दिल्ली जल बोर्ड द्वारा की गई है। गंग नहर से गाजियाबाद समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तकरीबन 19 जिलों पेयजल व सिंचाई के लिए इस्तेमाल होता है। गंग नहर की मरम्मत का काम शुक्रवार से शुरू होकर 21 दिनों तक चलने वाला है।
वही दिल्ली जल बोर्ड अधिकारियों की माने तो उनका कहना है कि, भूजल के अलावा दिल्ली बड़े स्तर पर यमुना नदी और आंशिक तौर पर गंग नहर के पानी पर निर्भर रहती है। डीजेबी रोजाना करीब 900-950 एमजीडी पानी की आपूर्ति करता है।
गंग नहर की मरम्मत के वक़्त यहां से होगी पानी की आपूर्ति
गंग नहर की मरम्मत की बात सुनकर दिल्ली वासियों को झटका लगा है, क्योंकि इस मरम्मत की वजह 21 दिनों तक जल व्यवस्था बाधित रहने वाली है। पर इस चिंता को दूर करते हुए दिल्ली जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी ने दिल्ली वासियों स कहा है कि , दिल्ली में गंग नहर से बेहद कम पानी आता है, इसलिए इस स्थिति से घबराने जैसी कोई बात नहीं है। इस कमी को यमुना नदी की आपूर्ति से संतुलित किया जा सकता है। इसके साथ अधिकारी ने कहा कि गंग नहर के बंद होने से शहर में जलापूर्ति की कोई किल्लत नहीं होगी। हमारे पास यमुना में पर्याप्त पानी है और गंग नहर की कमी को इसके जरिए पूरा कर लिया जाएगा। परेशान होने की कोई बात नहीं है।
गंग नहर से यूपी के 19 जिलों में होती है जल की आपूर्ति
आपको बता दे कि गंग नहर में हरिद्वार से पानी आता है। जिस के जरिये दिल्ली के प्रताप विहार गंगाजल प्लांट में आपूर्ति की जाती है। इसके बाद गाजियाबाद , पूर्वी दिल्ली और नोएडा में इस जल से आपूर्ति की जाती है। इतना ही नहीं गंग नहर से मुजफ्फरनगर, मेरठ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, अलीगढ़, एटा, आगरा, हाथरस और फिरोजाबाद सहित उत्तर प्रदेश के 19 जिलों में पानी की आपूर्ति की जाती है।