6-7 सितंबर को छत्तीसगढ़ में अच्छी बारिश की उम्मीद, बंगाल की खाड़ी में बन रहा दबाव
छत्तीसगढ़ इस वक्त बारिश की कमी से जूझ रहा है। राज्य की बड़ी आबादी को मौसम में बदलाव से उम्मीद दिख रही है। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में यह मौसम बदलेगा।
बताया गया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर 5 सितंबर को एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है। प्रदेश में इसके प्रभाव से राहत के बादल बरसेंगे।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, उत्तर-पश्चिम दिशा में साइक्लोनिक सर्कुलेशन प्रबल होकर आगे बढ़ेगा। 6 और 7 सितंबर को इसकी वजह से प्रदेश में अच्छी बरसात की संभावना बन रही है।
इसका दायरा भी बड़ा होगा और बरसात की मात्रा भी अधिक हो सकती है। एचपी चंद्रा का कहना है, दक्षिण छत्तीसगढ़ यानी बस्तर संभाग का बड़ा हिस्सा इस सिस्टम से प्रभावित होगा।
मौसम विभाग के अनुसार मानसून द्रोणिका अभी उदयपुर, नलिया, गोंदिया, गोंडा, गोपालपुर और उसके बाद पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। एक चक्रीय चक्रवाती घेरा पश्चिम-मध्य और उससे लगे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी उत्तर तटीय तमिलनाडु के ऊपर 1.5 किमी से 3.1 किमी ऊंचाई तक स्थित है।
इसके प्रभाव से कल प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। गरज चमक के साथ कुछ स्थानों पर छींटे पड़ने की आशंका भी जताई जा रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक राज्य की औसत सामान्य बरसात 951.6 मिमी रही है। यह सामान्य से 15 प्रतिशत कम है। राज्य के 12 जिलों में बेहद कम बरसात है। 50 से ज्यादा तहसीलों पर पूरी तरह सूखे का संकट मंडरा रहा है।
कई जगह खरीफ की फसल सूखने लगी है। रायपुर जिले की आरंग तहसील में 50 प्रतिशत भी बारिश नहीं है। पूरे रायपुर जिले में सामान्य से 30 प्रतिशत कम बरसात हुई है। प्रदेश का केवल सुकमा ही एक ऐसा जिला है, जहां सामान्य से 42 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है।
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