Uttar Pradesh

GIS: सीएम योगी के राज में उत्तर प्रदेश बन रहा रोजगार प्रदेश

लखनऊ।

उत्तर प्रदेश में निवेश और रोजगार बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कड़ी मेहनत कर रहें हैं। जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप अगले पांच वर्षों में प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाया जा सके। इसी को लेकर प्रदेश में 10 से 12 फ़रवरी तक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस 2023) का आयोजन होना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ स्टार्टिंग बिजनेस का शानदार माहौल बनाने के लिए बड़ा काम किया है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने प्रदेश में विदेशी निवेश लाने से पहले जमीनी स्तर पर क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। इसके लिए उन्होंने मेडिकल कॉलेज, सड़कें, हाईवे, एक्सप्रेस वे, रेलवे, एयरपोर्ट और जलमार्ग को दुरुस्त किया गया है। निवेशकों के लिए प्रदेश में आईआईटी और आईआईएम जैसी विश्वस्तरीय संस्थाओं के साथ 79 विश्वविद्यालय हैं। कृषि विश्वविद्यालय हैं। दो एम्स के अलावा हम हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जा रही है। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र में भी निवेशकों के लिए बेहतर माहौल बनाया गया है।

राज्य में प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सीएम योगी प्रयासरत हैं। यही कारण है कि आज परिवहन के लिए प्रदेश में शानदार कनेक्टिविटी के लिए सात क्रियाशील और छः निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे के कार्य कर रहे हैं। साथ ही साथ उत्तर प्रदेश ‘एक्सप्रेस वे राज्य के रूप विश्वस्तरीय रोड कनेक्टिविटी करवा चुका है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश पांच अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों वाला देश का एकमात्र राज्य बनने जा रहा है। यहां देश का पहला अंतर्देशीय जलमार्ग (इनलैंड वॉटर-वे), विकसित किया जा रहा है। सबसे बड़ा रेल नेटवर्क उत्तर प्रदेश में है। उत्तर प्रदेश सरकार वायु, जल, सड़क एवं रेल नेटवर्क के माध्यम से निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास कर रही है, जिससे उद्योगों को वैश्विक एवं घरेलू बाजार तक पहुंच बनाने में आसानी हो।

योगी सरकार ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए विदेशों से 20 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है। इसके लिए सरकार ने कड़ी मेहनत की, तो इसका असर भी देखने को मिला। सीएम योगी आदित्यनाथ ने विदेशों से ज्यादा से ज्यादा निवेशकों की भागीदारी के लिए मंत्रियों के साथ वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को विदेशी दौरे पर भेजा। इसके लिए 21 आईएएस अधिकारी नौ से 14 दिसंबर तक विदेश दौरे पर रहे। इसके साथ ही देश के निवेशकों को साधने के लिए अलग-अलग राज्यों और प्रदेश के निवेशकों को आकर्षित करने के लिए मंडल स्तर पर भी रोड शो किए जा रहें हैं। विदेशों में निवेशकों को जुटाने और उत्तर प्रदेश में किए जाने वाले कार्यों के बारे में जानकारी दी गई। इसमें फूड प्रोसेसिंग, एग्रो डेयरी, पोल्ट्री, एनिमल हसबेंडरी, डिफेंसेट एंड एयरोस्पेस, वेस्ट मैनेजमेंट, पैकेजिंग से लेकर कई क्षेत्र शामिल थे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले ही करीब-करीब 15 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए हैं। यह वही राशि है जिसे पहले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 का लक्ष्य बनाया गया था। हालांकि, विदेशों में मिले शानदार परिणाम के बाद लक्ष्य को 10 लाख करोड़ से बढ़ाकर 17 लाख करोड़ फिर 20 लाख करोड़ रुपए कर दिया गया था।

सरकार की ओर से 37 सेक्टर को निवेश के लिए चिन्हित किया गया था। इनमें 23 सेक्टर में एमओयू साइन हो चुके हैं। निवेश सारथी पोर्टल के डैशबोर्ड के अनुसार प्रदेश सरकार को आठ हजार से ज्यादा निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन एमओयू के जरिए प्रदेश में 10 करोड़ रोजगार के नए अवसर बनेंगे। तो वहीं अभी 1400 से ज्यादा निवेश के प्रस्ताव पर कार्य किया जा रहा है। जो कि 3.76 लाख करोड़ रुपए का है। यदि ये प्रस्ताव भी एमओयू में बदल गए तो प्रदेश में 20 लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

विदेशों से करीब 15 लाख करोड़ से अधिक के इंटेंट और एमओयू साइन हुए हैं। इसके लिए सीएम योगी ने कड़ी मेहनत की। यहाँ पर गवर्नमेंट टू बिजनेस (जी टू बी) और गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट (जी टू जी) बैठकें हुईं। जिनमें कई देशों से एमओयू साइन हुए हैं। सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना के नेतृत्व में अमेरिका और इंग्लैंड गई टीम निवेश लाने गई थी। जिसमें दोनों देशों से करीब 4.07 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने के लिए सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए हैं। मंत्री नंद गोपाल नंदी और पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन से 40 हजार करोड़ का निवेश करने के लिए आमंत्रण दिया है। एमएसएमई मंत्री राकेश सचान के नेतृत्व में खाड़ी देश से 50 हजार करोड़ के एमओयू साइन हुए हैं। जापान की कंपनी सीको एडवान्स गौतमबुद्धनगर में 850 करोड़ का निवेश करेगी। सैन फ्रांसिस्को में आस्टिन यूनिवर्सिटी के साथ टीम योगी ने नॉलेज स्मार्ट सिटी के लिए एमओयू साइन किया है। फ्रांस और नीदरलैंड से लगभग 22 हजार करोड़ के एमओयू साइन हुए हैं। यहाँ पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रावधिक शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय निवेशकों को साधने गए थे। तो वहीं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने दक्षिण कोरिया का रुख किया और वह प्रदेश में 25 हजार करोड़ का निवेश लेकर आए विदेशों से आए एमओयू के तहत लाजिस्टिक एवं वेयरहाउसिंग, हेल्थ, सीएचजी ट्रीटमेंट, स्मार्ट सिटी, डाटा सेंटर, इनोवेशन व स्टार्टअप, डिलीवरी सेंटर, आईटी सर्विस डिलीवरी सेंटर, लाजिस्टिक बीपीओ एंड ट्रेनिंग सेंटर, मेडिकल कालेज, स्किल डेवलपमेंट, हेल्थ कियास्क, मेडिटेक-बायोटेक एंड हेल्थटेक, रिन्युअल एनर्जी, होटल, हास्पिटैलिटी, डिजिटल कल्चर, टूरिज्म, एजुकेशन सहित अन्य क्षेत्रों में निवेश होगा।

सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया से हुआ 24,560 करोड़ का एमओयू-

जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के नेतृत्व में टीम योगी सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गई थी। यहां से उत्तर प्रदेश में 24,560 करोड़ के निवेश के लिए एमओयू साइन हुए हैं। एमओयू साइन करने वाली कम्पनियां डाटा सेंटर, लॉजिस्टिक सर्विस, ईएमएस फॉर स्मार्ट डिवाइस एंड आईओटी प्रोडक्ट्स, एग्रो प्रोसेसिंग क्लस्टर, डाटा सेंटर एंड लॉजिस्टिक पार्क और फूड प्रोसेसिंग में निवेश करेंगी। इससे प्रदेश में 19500 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया की 15 कम्पनियों ने प्रदेश में 26,380 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव दिया था। इन प्रस्तावों के धरातल पर उतरने पर प्रदेश में 22,250 नौकरी एवं रोजगार के अवसर सृजति होने की संभावना है। इस कड़ी में इन्हीं कम्पनियों में से 6 कम्पनियों ने प्रदेश सरकार से एमओयू साइन किया है। वहीं शेष बचे नौ कम्पनियां से एमओयू साइन होने की प्रक्रिया हो रही है।

स्टार कंसोर्टियम प्राइवेट लिमिटेड डाटा सेंटर और लॉजिस्टिक सर्विस में 1000-1000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इन दोनों क्षेत्रों में निवेश से दो हजार नौकरी और रोजगार के अवसर बनेंगे। ग्लोबल स्टेट कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड डाटा सेंटर 8260 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे 500 रोजगार मिलेंगे। साइन फ्यूल एंड ग्रुप कम्पनीज 2 हजार करोड़ रुपये का निवेश ईएमएस फॉर स्मार्ट डिवाइस एंड आईओटी प्रोडक्ट्स में निवेश करेगी। इससे प्रदेश में पांच हजार रोजगार के उपलब्ध होंगे। यूनिवर्सल सक्सेस प्राइवेट लिमिटेड जैसी वैश्विक कम्पनी डाटा सेंटर एंड लॉजिस्टिक पार्क में 5100 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस निवेश से 8500 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मार्बल रॉक्स वीसीसी 6600 करोड़ रुपये का निवेश एग्रो प्रोसेसिंग क्लस्टर में करेगी। इससे 3000 रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। वहीं फूड प्रोसेसिंग में सैट्स कम्पनी 600 करोड़ रुपये का निवेश करेगी इससे प्रदेश में 500 रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

जापान-दक्षिण कोरिया से हुआ 18,350 करोड़ का एमओयू-

जापान और दक्षिण कोरिया के निवेशकों को लाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह को भेजा था। इस दौरान टीम ने कई महत्वपूर्ण बैठकें की जिसमें 18,350 करोड़ रुपये का निवेश के लिए एमओयू साइन हुए। ऐसे ही जापान इंडिया इंडस्ट्री प्रमोशन एसोसिएशन और निसेनकेन क्वालिटी इवैल्यूएशन सेंटर टोक्यो लेबोरेटरी यूपी में कपड़ा एवं वस्त्र उद्योग में 2500 और 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। इससे यूपी में 15 हजार लोगों को रोजगार के अवसर बनेगे। अपशिष्ट प्रबंधन में वन वर्ल्ड कॉर्पोरेशन पांच हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे प्रदेश में 1500 को रोजगार के अवसर मिलेंगे। वहीं सीको एडवांस लिमिटेड जैसी कंपनी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 850 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे प्रदेश में 200 नौकरियां मिलेंगी

टोरंटो में दिया गया सुरक्षित निवेश का भरोसा-

उत्तर प्रदेश सरकार के एक प्रतिनिधि मंडल ने कनाडा के टोरंटो में रोड शो किया। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह सैनी और मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता वाले इस प्रतिनिधिमंडल ने निवेशकों को उत्तर प्रदेश में सुरक्षित निवेश का भरोसा दिलाया और उनके सवालों का जवाब भी दिया।इस दौरान इन्वेस्ट यूपी और कनाडा इंडिया फाउंडेशन (सीआईएफ) यूपीजीआईएस 2023 के प्रमोशन को लेकर हाथ मिलाए हैं।

माय हेल्थ सेंटर उत्तर प्रदेश में करेगा निवेश-

इसी मीटिंग में कनाडा की कंपनी माय हेल्थ सेंटर के सीईओ सुरेश मदान ने कानपुर में मल्टी स्पेशियल्टी हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज व मेडिकल डिवाइस मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल के साथ 2050 करोड़ रुपए के एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

फ्रैंकफर्ट में व्यापारिक साझेदारी पर हुई चर्चा-

जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने रोड शो कर जर्मनी के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में आमंत्रित किया। प्रतिनिधिमंडल सैमसन एजी के सीईओ एंड्रियाज वीडी को आमंत्रित किया। इसके साथ ग्रीन हाइड्रोजन, इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री में भी निवेश के अवसरों पर चर्चा की गई। प्रतिनिधिमंडल इनोप्लेक्सस पार्टेक्स के गुंजन भारद्वाज से भी मिला और यूटिलाइज एआई और हेल्थकेयर ब्ल़ॉकचेन में भागीदारी की संभावनाओं पर विचार विमर्श हुआ। फिज इनोवेशन सेंटर भ्रमण के दौरान आयुष और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस व यूपी में आरएंडी सुविधाओं को लेकर एमडी डॉ. क्रिश्चियन गारबे से बातचीत हुई। इसके अलावा, प्रतिनिधिमंडल ने ट्रेल ब्लेजर टूर्स इंडिया के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट शांतनु मोहन, क्रिस्टल एंड सोमास के एमडी विजय कपूर, सीएसए हेल्थकेयर की मैनेजिंग पार्टनर चित्रा अग्रवाल, स्काईवेज लॉजिस्टिक्स के बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर गौरम मेहता और होरिजन इंडस्ट्रीज के प्रेसीडेंट डॉ. सतीश के बत्रा जैसे भारतीय बिजनेस लीडर्स से भी मुलाकात की।

लंदन में डिफेंस सेक्टर को लेकर रहा फोकस-

उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल ने ब्रिटेन के लंदन में रोड शो किया। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने एडीएस ग्रुप लिमिटेड और यूके डिफेंस एंड सिक्योरिटी एक्सपोर्ट्स डिवीजन डिपार्टमेंट के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। मीटिंग के दौरान इस बात पर चर्चा हुई कि कैसे यूके की डिफेंस इंडस्ट्रीज यूपी के डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरीडोर के पोटेंशियल को हासिल करने में योगदान दे सकती हैं। यह प्रतिनिधिमंडल बीएई सिस्टम्स के पॉल वेस्ट से भी मिला। इसके अलावा यह प्रतिनिधिमंडल मार्टिन बेकर एयरक्राफ्ट कंपनी लि. के प्रतिनिधियों से भी मिली और उन्हें यूपीजीआईएस 2023 के लिए आमंत्रित किया। इससे पहले यह प्रतिनिधिमंडल थेल्स ग्रुप के प्रतिनिधियों से भी मिला।

मेक्सिको में डेयरी सेक्टर में निवेश को किया प्रोत्साहित-

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल मेक्सिको गया था। उन्होंने यहां के व्यापारिक संगठनों को उत्तर प्रदेश में निवेश को लेकर यूपीआईजीएस में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है।

तेलंगाना हैदराबाद से 25 हजार करोड़ के एमओयू साइन-

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में 19 निवेशकों ने 25 हजार करोड़ रुपए के समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इन एमओयू के माध्यम से प्रदेश में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से 32 हजार से ज्यादा रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
बड़े निवेशकों में मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लि. 15,500 करोड़, पल्सस ग्रुप 2000 करोड़, एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी प्रा. लि. 1500 करोड़, वसई रिएलिटी प्रा. लि. 1200 करोड़, फोर्थ पार्टनर एनर्जी प्रा. लि. 1200 करोड़, त्रिवेणी रिन्यूएबल्स प्रा. लि. 1200 करोड़, एनएसएल शुगर्स लि. 500 करोड़, मरीन कार पार्क्स 350 करोड़,
स्कालर 250 करोड़, इकोलास्टिक प्रोडक्ट्स प्रा. लि. 150 करोड़, सुधाकर पीवीसी प्रोडक्ट्स 125 करोड़, एटलस फाइनेंशियल रिसर्च एंड कंसल्टिंग प्रा. लि. 100 करोड़ के एमओयू साइन किए हैं।

कोलकाता रोड शो में टीम योगी को मिला 7000 करोड़ का निवेश प्रस्ताव-

कोलकाता के उद्योगपतियों ने 7000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव के लिए 14 समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इसमें टाटा स्टील डाउन स्ट्रीम प्रोडक्ट्स लिमिटेड की तरफ से 250 करोड़ एमओयू हुआ। हल्दीराम भुजिया वाला ने 500 करोड़, अनमोल फीड्स की तरफ से मछली पालन के लिए 50 करोड़, ग्रीनटेक एनवायरनमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने 2000 करोड़, एलेनबेरी (मेडिकल गैस) के लिए 200 करोड़, श्याम मेटालिक्स ने 630 करोड़, ईस्टर्न इक्यूपमेंट ईएनटी ने 25 करोड़, टेक्सटाइल में लक्स इंडस्ट्री लिमिटेड ने 50 करोड़, कैप्टन स्टील ने 1650 करोड़, चार नौक हॉस्पिटल (एसकेएम ग्रुप) 200 करोड़, एसआरएमबी ने स्टील मैनुफैक्चरिंग में 250 करोड़, इनफिनिटी इंफोटेक पार्क ने 400 करोड़, फ़ूड प्रोसेसिंग के लिए बाला जी वेफर्स ने 500 करोड़, मेघदूतम ट्रेवल्स ने 150 करोड़ रुपये का एमओयू साइन किया है।

दिल्ली में 2.75 लाख करोड़ के एमओयू हुए साइन-

दिल्ली रोड शो में उत्तर प्रदेश को करीब 2.75 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। सबसे बड़ा निवेश इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर में आया है, जहां यूके की कॉसिस ग्रुप ने 1.25 लाख करोड़ का निवेश करने के लिए एमओयू किया। इस अकेले एक प्रोजेक्ट से करीब 30 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलने का अनुमान है। इसी तरह, नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में इकाई लगाने के लिए आरईसी लिमिटेड ने ₹65,350 करोड़ के इन्वेस्टमेंट के लिए प्रस्ताव दिए हैं। वहीं, यशोदा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ग्रेटर नोएडा में बायोटेक पार्क और 300 बेड के हॉस्पिटल निर्माण में करीब 500 करोड़ का निवेश करेगा, जबकि यशोदा मेडिसिटी द्वारा गाजियाबाद में 800 करोड़ के निवेश से 1200 बेड की क्षमता वाला नया हाईटेक अस्पताल बनेगा। इसके अलावा, एनटीपीसी लिमिटेड, आनंदा डेयरी, जेबीएम ग्रुप आदि के साथ भी बड़े निवेश समझौतों की राह साफ हुई।दिल्ली में हुए इन निवेश समझौतों से प्रत्यक्ष रोजगार के करीब एक लाख नए मौके सृजित होंगे।

लखनऊ रोड शो में हुए 76 हजार करोड़ के एमओयू-

राजधानी में 79 उद्योगपतियों ने 76 हजार करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इनमें वरुण बेवरेज के कार्यकारी निदेशक और मुख्य परिचालन अधिकारी कमलेश जैन ने कहा कि यूपी में हमारे सात प्लांट हैं। हम उत्तर प्रदेश में 3400 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। हल्दीराम ग्रुप के प्रबंधक वाणिज्य संजय सिंघानिया ने तीन एमओयू साइन किया है। क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन लिमिटेड के अध्यक्ष नंद किशोर अग्रवाल ने 200 से 300 करोड़ का निवेश करने की घोषणा की है। केंट आरओ सिस्टम के अध्यक्ष महेश गुप्ता ने 500 करोड़ का निवेश किया है। तो वहीं शालीमार ने भी 2000 करोड़ के एमओयू साइन किया हैं।

प्रयागराज में 33,703 करोड़ के निवेश पर लगी मोहर-

संगम नगरी प्रयागराज में इन्वेस्टर्स समिट के तहत जिले के 108 निवेशकों ने 33,703 करोड़ के निवेश पर मोहर लगाई है। इस निवेश से 17,175 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।

आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में 1.75 लाख करोड़ रुपए का निवेश-

राजधानी लखनऊ में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से सरकार ने प्रदेश में 20 लाख करोड़ रुपए का निवेश जुटाने का लक्ष्य रखा है। इसमें आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट ने 1.75 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त कर लिए हैं। इनमें से 97 हजार करोड़ से ज्यादा के एमओयू भी हो चुके हैं। वहीं 78 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव एमओयू की दिशा में प्रक्रियाधीन हैं। विभाग को कुल 148 निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिसमें से 135 प्रस्तावों पर एमओयू हो चुके हैं।

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