गिरिराज सिंह ने भुखमरी मुक्त पंचायत की कि शुरुआत, सभी गांवों को बनाएंगे शिक्षित
गिरिराज सिंह ने कहा कि ग्रामीण एवं गरीबों के उत्थान के लिए रोजगार परक योजनाएं चलाई जा रही हैं। मनरेगा जैसी योजना पर सात लाख करोड रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
नई दिल्ली : इस समय केंद्र सरकार के सभी मंत्रालय बड़े ही जोर शोर से काम कर रहे हैं इन्हीं में से एक केंद्र पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह भी हैं। गिरिराज सिंह ने भुखमरी मुक्त पंचायत और भुखमरी मुक्त भारत नामक एक अभियान की शुरुआत की है। जिसके अंतर्गत उन्होंने सभी राज्यों और पंचायत प्रतिनिधियों से ग्राम पंचायत को विकसित, शिक्षित और सशक्त बनाने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए यही सबसे बड़ा मंत्र है। शून्य भुखमरी अभियान को सफल बनाने के लिए पंचायतों की भूमिका अहम होगी। सरकार का लक्ष्य देश को भुखमरी मुक्त बनाना है जिसे वर्ष 2030 तक पूरा करना होगा।
बता दे कि यह एक वर्चुअल समारोह था जो कि सोमवार को आयोजित किया गया था। इसके अंतर्गत देश के पंचायत प्रमुखों के साथ राज्यों और विभिन्न केंद्रीय मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने समारोह में भाग लिया।
सिंह ने इसके अलावा यह भी कहा कि ग्रामीण एवं गरीबों के उत्थान के लिए रोजगार परक योजनाएं चलाई जा रही हैं। मनरेगा जैसी योजना पर सात लाख करोड रुपए खर्च किए जा चुके हैं 15 करोड लोगों को रोजगार दिया गया है। गरीबी खत्म करने और भुखमरी मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल है।
उन्होंने यह भी कहा कि कृषि एवं खाद्य संगठन ने दुनिया को चेतावनी दी है कि वर्ष 2050 तक बढ़ते आबादी घनत्व के चलते खाद्यान्न की मांग और आपूर्ति में भारी अंतर होगा जिसे पूरे करने की चुनौती गंभीर है। सिंह ने कहा कि सरकार इस चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए बंजर भूमि को खेती लायक बनाने और असंचित को संचित बनाने का अभियान बहुत पहले से शुरू कर चुकी है।
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