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Lucknow University में चतुर्थ राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का उद्घाटन

लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय जानकीपूरम कैंपस स्थित विधि संकाय में ‘चतुर्थ राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता’ का आज उद्घाटन हुआ। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश विधि आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) प्रदीप कुमार श्रीवास्तव मुख्य अतिथि रहे और वरिष्ठ अधिवक्ता सूर्य भान पांडे (भारत के डिप्टी सॉलिसिटर जनरल) विशिष्ट अतिथि रहे। न्यायमूर्ति प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने प्राचीन काल से लेकर स्वतंत्रोत्तर युग तक के कानूनी इतिहास और उसके विकास पर प्रकाश डाला। उन्होंने अदालतों में लंबित मामलों को निपटाने में वैकल्पिक विवाद समाधान (ADR) के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने अदालत में लंबित मामलों के बारे में भी चर्चा की और छात्रों से विभिन्न वैकल्पिक विवाद समाधान प्रणाली को बढ़ावा देने और समाज के गरीबों और जरूरतमंदों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए सुझाव दिए।

वहीं, वरिष्ठ अधिवक्ता सूर्य भान पांडे ने छात्रों को समय की पाबंदी, दृढ़ता और पूर्णता के महत्व की याद दिलाते हुए कहा कि कानूनी परिदृश्य में पिछले कुछ वर्षों में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया है और विभिन्न पृष्ठभूमि के छात्र उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रो. डॉ.. बंशी धर सिंह, डीन, विधि संकाय ने विचार-विमर्श के महत्व और यह कैसे कानूनी कौशल को बढ़ाने में मदद करता है के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि भागीदारी जीत से अधिक मायने रखती है। उन्होंने विचार-विमर्श के कई फायदों के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि यह छात्रों के बीच नेटवर्क स्थापित करने और उत्कृष्टता की पारस्परिक सीख के लिए विचारों के आदान-प्रदान का अच्छा अवसर है।

भावी वकील के सर्वांगीण विकास में मदद करता है मूटिंग

लखनऊ यूनिवर्सिटी मूट कोर्ट एसोसिएशन के शिक्षक समन्वयक डॉ.राधेश्याम प्रसाद ने कहा कि मूटिंग एक भावी वकील के सर्वांगीण विकास में मदद करता है, जो उन्हें कानूनी परिदृश्य से परे भी मदद करता है। उन्होंने सभी व्यक्तियों, संकाय सदस्यों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मूट कोर्ट किसी भी लॉ विश्वविद्यालय/कालेज का एक अभिन्न अंग बन गया है, जिसेको बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा भी मान्यता दी गई है, यह शिक्षार्थियों के बीच तर्क-वितर्क, प्रति-तर्क, टीम वर्क सहयोग अभिव्यक्ति के कौशल के सर्वांगीण विकास में सुविधा प्रदान करता है। बता दें कि इस प्रतीयोगिता मे देश भर से 40 टीमें भाग ले रही हैं जो राजस्थान, कर्नाटक, गोवा छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र,  हरियाणा जैसे प्रदेशो से आये हैं।

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