
सुबह-सुबह वीरभद्रासन करने से मिलेगा लाभ, दूर होंगी ये बड़ी बीमारियां
योग आसन को नियमित रूप से करने से निश्चित तौर पर फायदा मिलता ही है। इसके चलते हम आपको वीरभद्रासन के बारे में बताने जा है। इसके तीन प्रकार होते है। इन तीनों को करने से आपके स्वास्थ्य को बहुत लाभ हो सकता है। इस खबर में हम आपको वीरभद्रासन के पहले प्रकार के बारे में बताने वाले है। इसे ही करने से आपको बहुत लाभ होगा।
वीरभद्रासन को कैसे करें
सबसे पहले जमीन पर मैट बिछाएं और उस पर खड़े हो जाएं.
अब गहरी लंबी सांस लें और अपने बाएं पैर को अंदर की तरफ मोड़ें.
दाहिने पैर को बाहर की तरफ मोड़ें.
अब अपने दोनों हाथों को ऊपर की तरफ लेकर जाएं.
अपनी नजरों को भी अपने हाथों पर टिकाएं.
इस दौरान आप गहरी लंबी सांस लेते रहें.
आपके दोनों पैर एक ही रेखा में होने चाहिए.
अब 30 से 40 सेकंड तक इस स्थिति में बने रहें.
समय आप अपनी क्षमता के अनुसार भी निर्धारित कर सकते हैं.
अब पहले की स्थिति में आने के लिए सबसे पहले अपने हाथों को नीचा कर लें.
अपने सर को भी नीचे ले आएं. अब ये प्रक्रिया दूसरे पैर से करें.
वीरभद्रासन से होने वाले लाभ
इस आसन को करने से छाती और फेफड़ों में खिचाव आता है।
कंधे और गर्दन, पेट, में खिंचाव आता है।
कंधों, बाज़ुओं और पीठ की मांसपेशियां मजबूत होती है।
जांघों, पिंदलियों और टखने मजबूत बनते है।
इन बीमारियों में मिलेगा निजात
वीरभद्रासन आसन नियमित तौर पर करने से अस्थमा, साइटिका , और इंसोम्निया से निजात दिलाने का काम करता है। इस आसन को करते समय डायफ्राम को फैलाना होता है, जिससे श्वसन तंत्र अच्छी तरह से काम कर पाता है और अस्थमा के ग्रसित मरीजों को इससे बहुत लाभ मिलता है।