प्रदेश के उत्कृष्ट शिक्षकों को अब राज्य स्तर पर मिलेगी पहचान
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्रतियोगिता के संबंध में जारी किए गए दिशा निर्देश
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले वो शिक्षक जो विद्यार्थियों को कंप्यूटर के व्यवहारिक ज्ञान के साथ सूचना-प्रौद्योगिकी की मदद से रोचक ढंग से शिक्षित कर रहे हैं, उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए योगी सरकार ने महत्वपूर्ण पहल की है। ऐसे शिक्षकों के बीच राज्य स्तर पर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए आईसीटी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा और इनमें सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को सरकार पुरस्कृत भी करेगी।
राज्य स्तरीय आईसीटी प्रतियोगिता 7 से 11 अगस्त के बीच परिषद सभागार में आयोजित होगी। इसके लिए जनपदों द्वारा सर्वश्रेष्ठ एक शिक्षक व एक शिक्षिका का नाम भी उपलब्ध करा दिया गया है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्रतियोगिता के संबंध में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
आईसीटी के प्रयोग को देना है बढ़ावा
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के निदेशक पवन कुमार द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है की शिक्षण एवं विद्यालयी व्यवस्था में आईसीटी के प्रयोग को बढ़ावा देने तथा शिक्षण में आईसीटी एवं नवीन तकनीकी विद्याओं के प्रयोग द्वारा बच्चों के नामांकन, उपस्थिति एवं अधिगम स्तर को बढ़ाने के लिए प्रयासरत शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आईसीटी प्रतियोगिता के लिए प्राथमिक/ उच्च प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षकों की जनपद स्तर पर (डायट पर) प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इनमे सर्वश्रेष्ठ व उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 01 शिक्षक व 01 शिक्षिका के नाम जनपदों द्वारा राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए परिषद कार्यालय को उपलब्ध कराए गए हैं। राज्य स्तरीय आईसीटी प्रतियोगिता का आयोजन 07 से 11 अगस्त, 2023 तक परिषद सभागार में सुबह 10 बजे से सायं 05 बजे तक किया जाएगा।
प्रत्येक प्रतिभागी को मिलेंगे 7 मिनट
प्रतिभागी आईसीटी प्रतियोगिता के बिंदुओं पर पावर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन (PPT) तैयार कर लाएंगे। प्रतिभागी द्वारा किया जाने वाला प्रस्तुतीकरण कुल 07 मिनट का होगा जिसमें निर्णायक मण्डल द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नों का समय भी सम्मिलित है। प्रतिभागी पेनड्राइव एवं लैपटॉप अपने साथ लाएंगे। प्रतिभागी द्वारा आईसीटी के प्रयोग संबंधी सपोर्टिंग डाक्यूमेंट एवं साक्ष्य प्रस्तुतीकरण के समय प्रस्तुत किए जाने होंगे। उनसे प्रस्तुतीकरण के दौरान ऑनलाइन कोर्स क्यूआर कोड के उपयोग, एससीईआरटी के यू-ट्यूब चैनल, दीक्षा पोर्टल पर अपलोड सामग्री, कक्षा शिक्षण में आईसीटी इंटीग्रेशन द्वारा गुणवत्ता के लिए उनकी भविष्य की योजना एवं वर्ष 2022-23 तथा 2023-24 में किए गए और की जा रही शिक्षण गतिविधियों व नवाचारी प्रयोगों में आईसीटी इंटीग्रेशन से संबंधित प्रश्न पूछे जा सकते हैं। सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों से इन शिक्षकों को निर्धारित तिथियों पर प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए कार्यमुक्त करने के भी निर्देश दिए गए हैं।