
कोरोना महामारी ने दुनिया में एक व्यापक असर डाला है। इस दौरान स्वास्थ्य के साथ साथ ही अर्थव्यवस्था और व्यापार के लिए यह सर्वाधिक संघर्ष वाला समय रहा। तमाम कोशिशों के बाद अब जब स्थिति सुधरी है तब दुनिया में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक अमेरिका में मई 2020 के बाद नए बिजनेस के आवेदन तेजी से बढ़ें हैं।
चूँकि अमेरिका वैश्विक व्यवस्था का मुखिया माना जाता है और एक समय यह कहावत तक प्रचलित थी की जब अमेरिका छीकता है तो पूरे विश्व को बुखार आ जाता है। अब इसी अमेरिका में एक रिपोर्ट के अनुसार जुलाई, अगस्त 2020 के बीच उद्योगों के लिए नए आवेदन सबसे अधिक आए हैं।
नेशनल इकोनॉमिक्स रिसर्च ब्यूरो द्वारा जून में प्रकाशित मेरीलैंड यूनिवर्सिटी के जॉन हल्टिवेंगर की रिपोर्ट के अनुसार इस अप्रत्याशित ट्रेंड का ब्यौरा दिया गया है. इसके अनुसार जुलाई, अगस्त 2020 के बीच नए आवेदन सबसे अधिक आए. 2004 के बाद अमेरिका में नया कारोबार शुरू करने की इतनी अधिक अर्जियां पहली बार आई हैं।
इस बार सबसे अधिक आवेदन रिटेल और ई-कॉमर्स के क्षेत्र में सर्वाधिक आवेदन किये गए हैं। आपको बता दें अमेरिका में कोई एंटरप्रेन्योर नया बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले मालिक, नियोक्ता की पहचान नंबर लेने के लिए आवेदन करने का प्रावधान है। इसके आधार पर नए बिजनेस की हलचल रिकॉर्ड की गई है. ऐसे में सम्भावना बानी है की अर्थव्यवस्था का थमा पहिया अब घूमने को तैयार है। आने वाले आवेदनों की जांच से जानकारी हुई है कि कुल 75 फीसदी अर्जियां दस कारोबार के संबंध में हैं। और इनमें भी सबसे अधिक 35 फीसदी बिजनेस रिटेल और ई-कॉमर्स के क्षेत्र में हैं। इसके बाद खाने-पीने का सामान, आवास सुविधा, हेल्थ केयर और टेक्निकल सेवाओं में लोग किस्मत आजमाने आगे आए हैं।
अमेरिका में एक लम्बे समय बाद इस तरह का बदलाव आना अच्छा संकेत है। इसका प्रभाव पूरे विश्व पर पड़ेगा। उम्मीद है इससे भारत समेत वैश्विक अर्थव्यवस्था मंडी से उबरेगी।