
फेस्टिव सीजन में सरकार कर रही जमकर लोन देने की तैयारी, MFI के द्वारा गांव के अंतिम छोर तक दिया जायेगा लोन
दिल्ली : सरकार त्योहारी सीजन में रिकवरी की तरफ बढ़ती अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए जमकर लोन बांटने की तैयारी कर रही है। सभी जिलों में अक्टूबर से लोन बाटने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाया जाएगा। जिससे इच्छुक लोगों को आसानी से लोन प्राप्त हो सके। माइक्रो फाइनेंस इंस्टीट्यूशन (एमएफआइ) के द्वारा सरकार आबादी के अंतिम छोर तक लोन बाटने की तैयारी कर रही है।
एमएफआई की मदद से आने वाले 45 दिनों में गांव व दूरदराज के उन क्षेत्रों में भी लोन की सुविधा शुरू की जायेंगी जहां पर बैंक या फिर कोई वित्तीय संस्थान उपलब्ध नहीं है। कोरोना लोन पालिसी के अंतर्गत आरबीआइ की ओर से दिए जाने वाले पर्सनल लोन व हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर ऋण में तेजी लाने के लिए बैंकों को दिशा निर्देश दिए गए हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ हुई बैठक के बाद कहा कि अक्टूबर से सभी बैंक ऋण वितरण दर में वृद्धि के लिए लोगों से जिले स्तर पर संपर्क किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था रिकवर हो रही है। प्रत्येक जिले में जाकर बैंकों से सभी क्षेत्रों में लोन देने के लिए कहा गया है।
वित्त मंत्री ने बताया कि यह कहना अभी बहुत जल्दी होगी कि ऋण की मांग नहीं है या फिर उसे देने की दर कम है। लोन की दर अब भी 6.5% है। लोन की मांग त्योहारी सीजन में तेज होगी। उन्होंने कहा कि 4.59 लाख करोड़ रुपये के लोन अक्टूबर 2019 से लेकर मार्च 2021 तक बांटे जा चुके हैं। इनमें रिटेल तथा एमएसएमई सेक्टर की अहम भूमिका है। एनबीएफसी तथा एमएफआइ के द्वारा इस साल 1.5 लाख करोड़ रुपये के ऋण बांटने की अनुमति दी गई है
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकारी भागीदारी कम होने के निर्णय से बैंक अथवा इंश्योरेंस कंपनियों में वहां काम करने वाले कर्मचारियों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। कर्मचारियों के हित का ख्याल सरकार रखेगी।