
मध्यप्रदेश में अंधविश्वास के कारण उमड़ी भीड़, जादुई पानी से नहीं होगा कोरोना
देश में कोरोना वायरस संक्रमण काफी ज्यादा फैलता हुआ दिख रहा है हालांकि कई राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में अब कमी भी आने लगी है लेकिन कोरोना से भी ज्यादा तेज फैल रहा है इस बीमारी से जुड़े अंधविश्वास दरअसल देश के कई हिस्सों से लगातार ऐसी कई मामले सामने आ रहे हैं जहां लोग को रोना के इलाज के लिए अंधविश्वास का सहारा ले रहे हैं और गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाते हुए दिख रहे हैं ताजा मामला मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले का है।
दरअसल मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर चाटूखेड़ा एक गांव है यहां अनलॉक होते ही कस्बे के एक मंदिर में कोरोना गाइडलाइंस के नियमों को दरकिनार कर दिया गया और अंधविश्वास के चलते सैकड़ों ग्रामीण एकजुट होकर मंदिर में इकट्ठा हो गए। मंदिर में इकट्ठा हुई भीड़ सोशल मीडिया पर काफी दादा चर्चा का विषय बन रही है और लोग अलग-अलग प्रकार की प्रतिक्रिया देते हुए नजर आ रहे हैं।
गांव में दो देव परी
ग्रामीणों की माने तो बीते मंगलवार यानी 1 जून को चाटू खेड़ा मंदिर परिसर में दोपहर करीब 12:00 बजे गांव की 2 महिलाओं ने अपने शरीर में देव परियों के आने की अफवाह फैला दी इसके बाद देखते ही देखते बड़ी संख्या में ग्रामीण मंदिर के अंदर इकट्ठा होने लगे सैकड़ों महिला-पुरुष मंदिर परिसर के बाहर इकट्ठा हो गए। मिली जानकारी की माने तो कहा जा रहा है कि बताया जा रहा है कि उन देवपरियों ने ग्रामीणों से अपने ऊपर पानी के छींटे देकर मंदिर का जल पीने को कहा। उन्होंने दावा किया कि यह जल पी लो। किसी को कोरोनावायरस छू भी नहीं सकेगा। इसके अलावा जो लोग कोरोना संक्रमित हैं, वे बिल्कुल ठीक हो जाएंगे। उन्हें दोबारा कभी कोरोना नहीं होगा।