
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में जानिए किन कारणों से हुई बाघिन की मौत
बिहार। बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व पार्क में एक बाघिन की मौत हो गई है। मानपुर जंगल के चकरसन गांव के पास बीते शनिवार को बाघिन का शव पाया गया। बाघिन का शव मिलते ही वन विभाग टीम में हड़कंप मच गया। इसकी सूचना मिलते ही निदेशक सह मुख्य वन संरक्षक हेमकांत राय पूरी टीम के साथ पहुंचे। टीम ने बाघिन के शव को अपने कब्जे में ले लिया है। निदेशक हेमकांत राय जानकारी देते हुए बताया कि, ” मृत बाघिन की पहचान कर ली गयी हैं। वह टी- 31 बाघिन है, जिसकी उम्र 9 से 10 साल के बीच की है। बाघिन दो बार शावकों को जन्म दे चुकी है।”
पूरी जांच पड़ताल के बाद आज बाघिन के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। बताया जा रहा है मृत बाघिन के सभी अंग सुरक्षित हैं। प्राप्त जनाकारी के अनुसार , दो तीन दिन पहले बाघिन की मौत हुई हैं। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में एक साल के अंदर यह बाघ की यह तीसरी मौत है। पिछले तीन फरवरी को गोवर्धना रेंज के सिरिसिया जंगल में भी बाघ की मौत शिकरियों द्वारा लगाए गए धारदार तार के फंदे में फंसकर हुई थी।