कांग्रेस का हाथ थामने लखनऊ पहुंचे शिवपाल ‘गुट’ के दिनेश सिंह यादव
-2024 लोकसभा चुनाव से पहले आधी हो जाएगी समाजवादी पार्टी: दिनेश यादव
लखनऊ: 2024 लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी अपनी खोई हुई जमीन तलाशने में जुटी हुई है। इसी कड़ी में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने पूर्व मंत्री अजय राय को उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी है, जिसके बाद से नई ऊर्जा के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं। इसी बीच एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है, जिससे समाजवादी पार्टी एक बार फिर टेंशन में आ जाएगी।
दरअसल, शिवपाल सिंह यादव के बेहद करीबियों में से एक दिनेश सिंह यादव कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के लिए लखनऊ पहुंचे हैं। दिनेश सिंह ने छात्रसंघ से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी और 2012 में समाजवादी छात्रसभा से चुनाव लड़ा और जीता था। साथ ही वे समाजवादी छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं।
दिनेश सिंह यादव ने आरोप लगाए हैं कि समाजवादी पार्टी में शिवपाल सिंह यादव को लगातार कमज़ोर किया जा रहा है। शिवपाल सिंह के साथ जो भी कार्यकर्ता सपा छोड़कर गए थे उनके वापस आने पर उन सभी के साथ उपेक्षा की जा रही है। शिवपाल सिंह ने जब सपा में वापसी की तो हजारों कार्यकर्ता उनके साथ-साथ वापस लौट आए। हालांकि, वे सभी आजतक सम्मान पाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। दिनेश सिंह यादव का कहना है कि समाजवादी पार्टी पिछड़ों और दलितों के मुद्दे पर संघर्ष कर ही नहीं रही है। सरकार जाने के बाद से सपा सड़कों पर उतरना बंद कर चुकी है। जनहित के मुद्दों पर खुद अखिलेश यादव मौन रहते हैं, बस ट्विटर पर ट्वीट-ट्वीट खेलते रहते हैं। मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव की समाजवादी पार्टी जोश से लबरेज़ हुआ करती थी।
संसद से लेकर सड़क तक, राहुल गांधी ने उठाए हैं जनहित के मुद्दे
कांग्रेस का दामन थामने के सवाल पर शिवपाल गुट के दिनेश सिंह यादव ने कहा, ‘गांधी परिवार ने हमेशा ही जनता के मुद्दों पर सरकार से सीधा सवाल किया है। राहुल गांधी ने सदन में खड़े होकर जब सरकार से सवाल किया तो उनपर मुकदमा लिख दिया गया। प्रियंका गांधी जब लखीमपुर प्रकरण के पीड़ितों से मिलने के लिए निकलीं तो उन्हें नज़रबंद कर दिया गया। कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू के ऊपर न जाने कितने मुकदमे लिखे गए। यह सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि, उन्होंने अपने कमरों से बाहर निकल कर जनता की आवाज़ बनने की कोशिश की। पिछले छह सालों में अखिलेश यादव कितनी बार सड़कों पर निकले हैं, जरा आंकड़ा उठा कर देख लीजिए। जनता के लिए और जनता के मुद्दों की लड़ाई अगर कोई लड़ रहा है तो वो सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही है।
हवा-हवाई है अखिलेश यादव का ‘पीडीए’ फ़ॉर्मूला
दिनेश सिंह यादव ने अखिलेश यादव के पीडीए (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) फ़ॉर्मूले को हवा-हवाई करार दिया है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि जब पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के मामलों पर संघर्ष करने की बारी आती है तो समाजवादी पार्टी क्यों मुंह छिपाती है? उन्होंने कहा है कि जब यादवों की हत्या होती है तो सड़क पर क्यों नहीं उतरा जाता है? दलितों से जुड़ा कोई भी मामला हो, सिर्फ ट्विटर पर ट्वीट किए जाते हैं। सड़क पर उतर कर लड़ाई क्यों नहीं लड़ी जाती है? उन्होंने कहा है कि जनहित के मुद्दों पर कांग्रेस पार्टी लगातार सरकार से सवाल पूछती आई है। शायद यही वजह है कांग्रेसियों पर अनगिनत मुकदमें लिखे गए हैं।
कल ट्रेलर रिलीज किया जाएगा, 24 से पहले पिक्चर देखने को मिलेगी
दिनेश सिंह यादव का कहना है कि कल (मंगलवार) को वे अपने चुनिंदा समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया है कि चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी आधी हो जाएगी। जिनके नाम से समाजवादी पार्टी जानी जाती थी, आज उसी पार्टी में उन्हीं का अपमान हो रहा है। जनहित के मुद्दों को लेकर कांग्रेस पार्टी मुखर है और यही वजह है कि हम पूरे दम-ख़म के साथ देश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनवाने के लिए कार्य करेंगे।