डीटीसी को हुए नुकसान का दिल्ली सरकार खुद जिम्मेदार: बीजेपी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता
दिल्ली में डीटीसी की बसों में सफर करने वाली महिला यात्रियों की तादाद हमेशा ही 50 प्रतिशत से कम रही हैं, लेकिन महिला यात्रियों को 80 प्रतिशत से अधिक दिखाने के लिए नकली पास के तौर पर गुलाबी टिकट जारी किए जा रहे हैं, ताकि बाद में सब्सिडी के रूप में पैसा जारी किया जा सके।
नई दिल्ली: डीटीसी को हुए 2 हजार करोड़ रुपए के आर्थिक नुकसान के लिए दिल्ली की भारतीय जनता पार्टी ने खुद दिल्ली सरकार को ही जिम्मेदार ठहराय। भाजपा ने आम आदमी पार्टी और उसके सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा की विधानसभा में दिल्ली सरकार के मंत्री ने खुद डीटीसी को भारी आर्थिक नुकसान होने की बात स्वीकार की है। इस पूरे मामले की जानकारी बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और रोहिणी के विधायक विजेंद्र गुप्ता ने मीडिया से वार्ता में दी।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने मीडिया से वार्ता में आगे कहा कि सरकार के आंकड़ों के अनुसार, मार्च से जुलाई के बीच करीब 80 फीसदी यात्रियों को गुलाबी टिकट दिया गया, जो कि पूरी तरह गलत है। दिल्ली में डीटीसी की बसों में सफर करने वाली महिला यात्रियों की तादाद हमेशा ही 50 प्रतिशत से कम रही हैं, लेकिन महिला यात्रियों को 80 प्रतिशत से अधिक दिखाने के लिए नकली पास के तौर पर गुलाबी टिकट जारी किए जा रहे हैं, ताकि बाद में सब्सिडी के रूप में पैसा जारी किया जा सके।
विजेंद्र ने कहा कि दुनिया में कहीं भी 80 प्रतिशत महिलाएं सार्वजनिक परिवहन में यात्रा नहीं करती हैं। यह दावा करके दिल्ली सरकार एक तरह से यह बताना चाह रही है कि मुफ्त यात्रा के लालच में महिलाओं ने भीड़ के रूप में बसों में यात्रा करना शुरू कर दिया, वह भी कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चरम के समय, जब लोग घरों से बाहर निकलने में भी डर रहे थे।
विजेंद्र गुप्ता के मुताबिक, दिल्ली परिवहन निगम के द्वारा सब्सिडी का दावा करने के लिए जारी किए गए गुलाबी पास के फर्जी आंकड़ों की जांच होनी चाहिए, क्योंकि डीटीसी को गुलाबी टिकटों की संख्या के आधार पर ही सरकार से अनुदान प्राप्त होता है।
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