हरबंस कपूर के निधन के बाद खाली हुई देहरादून कैंट की सीट, भाजपा ने शुरू की नए चेहरे की तलाश
उत्तराखंड। देहरादून विधानसभा सीट से चार और फिर देहरादून कैंट से चार विधायक रह चुके हरबंस कपूर के आकस्मिक निधन के बाद भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई है। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2021 के समय एक दिग्गज नेता का चले जाना पार्टी के लिए भारी छति है। अब इसको लेकर पार्टी में नए चेहरे की तलाश शुरू कर दी गयी है। इसके साथ ही इस बात पर भी विचार किया जा रहा है कि उनके परिवार के ही किसी व्यक्ति को सदस्यता का भार सौंपा जाए।
कैंट सीट से हरबंस कपूर को कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता भी कभी हरा न पाए। 32 सालों से कांग्रेस जीत का सिर्फ सपना ही देख सकी है, कैंट सीट से कभी नहीं जीत पाई। हरबंस कपूर के खिलाफ 1989 में कांग्रेस से हीरा सिंह बिष्ट, 1991 में विनोद, 1993 और 1996 में दिनेश अग्रवाल, 2002 में संजय शर्मा, 2007 में लालचंद शर्मा, 2012 में देवेंद्र सिंह सेठी और 2017 में सूर्यकांत धस्माना खड़े तो हुए पर कभी भी जीत न पाए । इस वर्ष भी आगामी चुनाव में पार्टीभी हरबंस कपूर को ही टिकट देने की तैयारी में थी। अचानक उनके निधन से भाजपा को बड़ा झटका लगा है।
अब इस समय का सबसे बड़ा सवाल ये है कि टिकट आखिर दिया किसको जाए ? उनके परिवार पर गौर करने पर उनकी पत्नी मजबूत दावेदार नजर आ रही है। राजनीति के जानकारों की माने तो, पत्नी की दावेदारी की दो प्रमुख वजह हैं। एक वजह तो यह है कि वह पति के साथ ही लगातार सामाजिक संगठनों, कार्यक्रमों का हिस्सा बनी रही हैं। दूसरी यह है कि संघ में भी उनकी अच्छी पकड़ है। लेकिन अब ये सब व्यक्त तय करेगा अब पार्टी कपूर परिवार को ही विरासत सौंपेगी या किसी अन्य को मैदान में उतारेगी।