
महाकाल लोक निर्माण में भ्रष्टाचार, कलेक्टर सहित 15 अफसरों को लोकायुक्त का नोटिस
भ्रष्टाचार मिटाने की बात करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 11 अक्टूबर को महाकाल का लोकार्पण किया था। वहीं कांग्रेस
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा महाकाल कॉरिडोर
भोपाल: मध्य प्रदेश के उज्जैन(ujjain) में हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pmmodi) के द्वारा महाकाल लोक का लोकार्पण किया गया अब उसमें भी भ्रष्टाचार का ग्रहण लग गया है। भ्रष्टाचार के लगे आरोपों को लेकर लोकायुक्त संगठन ने जांच शुरू कर दी। भ्रष्टाचार 9curruption) जांच को लेकर आईएएस अफसर उज्जैन कलेक्टर सहित 15 अफसरों को नोटिस भेजा गया और संगठन ने सभी अधिकारियों से 28 अक्टूबर तक जवाब मांगा है अफसरों से मिलने वाले जवाब का परीक्षण करने के बाद इस मामले में दोषियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज हो सकती है।
आपको बता दें कि कांग्रेस विधायक महेश परमार ने जो शिकायत की है उनके अनुसार उज्जैन स्मार्ट सिटी के सीओ अंशुल गुप्ता ने पद का दुरुपयोग करते के एमपी बावरिया को नियम विरुद्ध लोहे की जीआईसी के आइटम को पॉलीकार्बोनेट शीट बदलकर एक करोड़ का फायदा पहुंचाया। इसी शिकायत के आधार पर लोकायुक्त संगठन की तकनीकी शाखा के चीफ इंजीनियर जॉब रीना व्हिस्की जांच कर रहे हैं जवाब मिलने के बाद आगे एफ आई आर दर्ज हो सकती है कैमरे पर नहीं आने के साथ पर चीफ इंजीनियर एंड जोहरी ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है वहीं इस मामले में 15 अफसरों को नोटिस भेजा गया।