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अफगानिस्तान से भारत आईं गुरु ग्रंथ साहिब की प्रतियां, केंद्रीय मंत्री ने किया रिसीव
अफगानिस्तान से लगातार भारतीयों को लाया जा रहा है। क्योंकि आने वाले दिनों में वहां के हालात कैसे होंगें किसी को नहीं पता है। भारतीय वायुसेना और एयर इंडिया के विमान अफगानिस्तान से हिंदुओं और सिखों को निकालकर भारत ला रहे हैं। साथ ही मंगलवार को सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियों को भी अफगानिस्तान से दिल्ली लाया गया है।
इन धार्मिक प्रतियों को रिसीव करने के लिए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी खुद एयरपोर्ट पहुंचे। उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब की प्रतियों को सिर पर रखकर रिसीव किया। खबरों की मानें तो अफगानिस्तान में यह सिख संप्रदाय के युग के खत्म होने जैसा है। अफगानिस्तान में सिख धर्म का साथ बहुत पुराना है।
सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव ने भी अफगानिस्तान की यात्रा की थी और शांति, भाईचारे एवं सहिष्णुता का संदेश दिया था। 16वीं शताब्दी में अफगानिस्तान में सिख धर्म की नींव पड़ी थी। काबुल के गुरुद्वारा समिति के सदस्य छबोल सिंह ने कहा कि आज तीन गुरु ग्रंथ साहिब भारत आए गए हैं।
इसके बाद अब तीन प्रतियां ही अफगानिस्तान में रह गई हैं। शिरोमणि अकाली दल के दिल्ली यूनिट के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने कहा, ‘यह अफगानिस्तान में सिखी के एक युग की समाप्ति है। ऐसा पहली बार नहीं है जब सिख धर्म की प्रतियां भारत लाई गई हैं। इससे पहले 25 मार्च, 2020 को गुरुद्वारा हर राय साहिब में इस्लामिक स्टेट ने हमला कर दिया था।
काबुल के इस गुरुद्वारे में हुए हमले में 25 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद भी पवित्र ग्रंथ की 7 प्रतियों को भारत लाया गया था। गुरु ग्रंथ साहिब की कुल 13 प्रतियां अफगानिस्तान में थीं, जिनमें से 7 को पहले ही भारत लाया जा चुका है।
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