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कांग्रेस का गुलाम नबी आजाद की पार्टी पर स्ट्राइक, 17 नेताओं ने की घर वापसी
युसूफ सरगामी और आवामी नेशनल लिखकर मुजफ्फर साहब को यात्रा में शामिल होने के लिए तैयार करके आजाद को अलग-थलग कर दिया है।
नई दिल्ली: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू-कश्मीर पहुंचने से पहले कांग्रेस ने गुलाम नबी आजाद की पार्टी पर बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक की है। पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पीरजादा सहित 17 नेताओं और उनके साथ सैकड़ों समर्थकों ने एक बार फिर घर वापसी करते हुए हाथ का दामन थाम लिया।
आपको बता दें कि इन डेढ़ दर्जन के करीब नेताओं ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ आज राजधानी दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय आकर पार्टी जॉइन की। बता दें कि चंद दिनों पहले कांग्रेस छोड़कर गुलाम नबी आजाद ने अपनी नई डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी बनाई थी जिसमें सभी नेता शामिल हुए थे।
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ताराचंद पूर्व उपमुख्यमंत्री थे वह भी आजाद के साथ गए थे लेकिन इसे अपनी भूल बताकर आज वह पार्टी में वापस आ गए इनके अलावा शायद पीरजादा जो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं उन्होंने भी पार्टी से माफी मांग कर आज कांग्रेसमें वापसी कर ली है। आपको बता दें कि 26 जनवरी के अगले दिन राहुल की भारत जोड़ो यात्रा कश्मीर तक पहुंचने वाली है कांग्रेस ने रणनीति के तहत फारूक अब्दुल्ला महबूबा मुफ्ती कम्युनिस्ट नेता युसूफ सरगामी और आवामी नेशनल लिखकर मुजफ्फर साहब को यात्रा में शामिल होने के लिए तैयार करके आजाद को अलग-थलग कर दिया है।
कांग्रेस पार्टी के इस रणनीति से आप गुलाम नबी आजाद के पास कांग्रेस में वापसी के अलावा कोई बड़ा विकल्प नहीं है। बता दें कि ताराचंद ने आजाद पर सेकुलर ताकतों को कमजोर करने का आरोप लगाकर बीजेपी से मिलीभगत का संकेत देने वाला आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा कि आजाद सेकुलर फोर्स को कमजोर करने की कोशिश हो रही है भूल भुलैया की तरफ ले जाया जा रहा है हमने वापस होने का फैसला किया। कांग्रेस ने आजाद के करीबी नेताओं के घर वापसी के जरिए आजाद को भी पार्टी में बिना शर्त वापस आने को मजबूर करने की रणनीति बनाई है हालांकि अभी आजाद अपने रुख पर कायम है।