गीता प्रेस के ट्रस्टी बैजनाथ अग्रवाल के निधन पर CM Yogi ने जताया दु:ख
गोरखपुर: गीता प्रेस गोरखपुर के ट्रस्टी रहे बैजनाथ अग्रवाल का शुक्रवार देर रात निधन हो गया। उन्होंने सन् 1950 में गीता प्रेस ट्रस्ट जॉइन किया था। शहर के सिविल लाइंस स्थित हरिओमनगर आवास पर 90 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बतौर ट्रस्टी सम्मानित भी किया था।
बैजनाथ अग्रवाल के निधन पर शनिवार (28 अक्टूबर) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दु:ख जताया। उन्होंने X पर लिखा- गीता प्रेस, गोरखपुर के ट्रस्टी श्री बैजनाथ अग्रवाल जी का निधन अत्यंत दुःखद है।
गीता प्रेस, गोरखपुर के ट्रस्टी श्री बैजनाथ अग्रवाल जी का निधन अत्यंत दुःखद है।
विगत 40 वर्षों से गीता प्रेस के ट्रस्टी के रूप में बैजनाथ जी का जीवन सामाजिक जागरूकता और मानव कल्याण के लिए समर्पित रहा है। उनके निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है।
प्रभु श्री राम दिवंगत पुण्यात्मा…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 28, 2023
गांधी शांति से किया जा चुका है सम्मानित
साल 2021 में संस्कृति मंत्रालय की ओर से गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। बता दें कि गांधी शांति पुरस्कार में 1 करोड़ रुपये की राशि के साथ एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। गांधी शांति पुरस्कार एक वार्षिक पुरस्कार है, जिसकी शुरुआत सरकार ने सन् 1995 में महात्मा गांधी की 125वीं जयंती के अवसर पर गांधी द्वारा प्रतिपादित आदर्शों को सम्मान देते हुए की थी।
सन् 1923 में हुई थी गीता प्रेस की शुरुआत
गीता प्रेस की शुरुआत सन् 1923 में हुई थी। इसके संस्थापक महान गीता-मर्मज्ञ श्री जयदयाल गोयन्दका थे। यह दुनिया के सबसे बड़े प्रकाशकों में से एक है, जिसने 14 भाषाओं में 41.7 करोड़ पुस्तकें प्रकाशित की है। इनमें श्रीमद्भगवद्गीता की 16.21 करोड़ प्रतियां शामिल हैं।