
उत्तराखंड में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने की बीज बम अभियान की शुरुआत, बोले – मानव वन्यजीव संघर्ष को थामने में होगा सहायक
देहरादून : उत्तराखंड में आज सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बीज बम अभियान की शुरुआत की गयी है. इस अभियान के जरिये विषम भूगोल वाले उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र के जंगलों में जिन क्षेत्रों में पौधारोपण के लिए पहुंचना मुश्किल होता है, वहां बीज बम (मिट्टी के गोलों के बीच रखे गए बीज) फेंककर हरियाली लाई जाएगी। इसको लेकर सीएम धामी ने कैंप कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में हिमालय पर्यावरण जड़ी-बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी के सप्ताहभर तक चलने वाले बीज बम अभियान की शुरुआत की।
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इस अभियान से ये मिलेगे लाभ
इस अभियान की तारीफ करते हुए सीएम धामी ने कहा कि, यह राज्य में मानव-वन्यजीव संघर्ष को थामने में सहायक होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण पर केंद्रित पुस्तक हिमालयी जन सरोकार का विमोचन भी किया।समय के साथ जैव विविधता प्रभावित हो रही है। ऐसे में जंगलों में हरियाली और वन्यजीवों के लिए भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की दिशा में बीज बम अभियान अच्छी पहल है। वैज्ञानिक ढंग से संचालित किए जा रहे इस अभियान में खर्च भी बहुत कम है। उन्होंने अभियान में व्यापक जनसहभागिता पर जोर दिया। पर्यावरण के संरक्षण-संवर्द्धन के लिए सभी को गंभीरता से सोचना होगा और इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ने की जरूरत है।”’
उन्होंने कहा कि,”पारिस्थितिकी के संरक्षण के लिए सरकार अनेक कार्य कर रही है।राज्य में सकल पर्यावरणीय उत्पाद का आकलन किया जा रहा है। आर्थिकी व पारिस्थितिकी में सामंजस्य पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को वर्ष 2025 तक विभिन्न क्षेत्रों में देश का अग्रणी राज्य बनाने को सरकार प्रयासरत है। इसमें सभी की भागीदारी आवश्यक है।”
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कार्यक्रम में शामिल हुए ये लोग
राज्य के समग्र विकास को विचारों की श्रृंखला बोधिसत्व के माध्यम से सुझाव लिए जा रहे हैं। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री डा मोहन सिंह रावत गांववासी, बीज बम अभियान के संस्थापक द्वारिका प्रसाद सेमवाल, पूर्व प्रमुख वन संरक्षक जयराज, सीडीओ पौड़ी प्रशांत आर्य, एसजीआरआर विश्वविद्यालय के कुलपति डा यूएस रावत के अलावा प्रो एमएस पंवार, डा अरविंद दरमोड़ा, डा संतोष, सावित्री उनियाल आदि उपस्थित थे।