
आगामी बजट के लिए सीएम केजरीवाल ने जनता से मांगी राय
दिल्ली सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-2022 बजट को देशभक्ति बजट बताया है। इसके साथ ही अगले बजट के लिए लोगों से सुझाव मांगे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में क्रांति लाने को देशभक्ति का एक रूप बताया है।
देश की तरक्की को बताया देशभक्ति
दिल्ली सरकार ने देशभक्ति का मतलब बताते हुए कहा कि, राजधानी में नए स्कूल और कॉलेज खोलना, विश्व स्तरीय अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों के साथ स्वास्थ्य सेवा को बदलना, अधिक से अधिक तिरंगों को लहराना, लोगों के अधिकारों को सुरक्षित करना, वंचितों की जरूरतों का ध्यान रखना, मुफ्त पानी, मुफ्त बिजली, मुफ्त वाईफाई, मुफ्त बस परिवहन की सुविधा प्रदान करना भी देशभक्ति का हिस्सा है।
बजट सत्र 2022-23 के लिए मांगे सुझाव
दिल्ली सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट के लिए लोगों से सुझाव मांगे हैं। जिसके तहत लोग अप्रत्यक्ष रूप से बजट बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा बनेंगे। इसके लिए सरकार ने वेबसाइट भी जारी की है। जिससे वित्त विभाग को सुझाव भेजा जा सकता है। दरअसल सरकार का उद्देश्य 2021-22 के देशभक्ति बजट की तरह इस वर्ष भी राज्य से संबंधित सभी पहलुओं को कवर करने का प्रयास है।
एक हजार से अधिक प्रतिक्रियाएं मिलीं
सरकार के मुताबिक, अब तक समाज के सभी वर्गों से 1000 से ज्यादा प्रतिक्रियाएं मिल चुकी हैं। जो कि शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक विकास के क्षेत्रों से संबंधित हैं। सुझावों का उद्देश्य निवासियों के सामने आने वाली जमीनी समस्याओं को दूर करना है। वहीं, अन्य सुझावों में छोटे पैमाने के सामुदायिक सौर ऊर्जा संयंत्रों, स्थानीयकृत सीवेज उपचार संयंत्रों, पार्कों की सिंचाई के लिए उपचारित पानी के उपयोग और घर-घर से ई-कचरा संग्रह जैसे सुझाव दिए गए हैं। बताते चलें कि, दिल्ली सरकार बजट सत्र को मार्च के आखिरी सप्ताह में आयोजित करने की तैयारी कर रही है।