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छत्तीसगढ़ ! ग्रामीणों ने रचा इतिहास, झटके में कर डाला शराब को इतना बड़ा फैसला….
ग्राम पंचायत कंझेंटा के निवासियों ने ऐसा निर्णय लिया है कि आप गांव में किसी के द्वारा शराब पीने पिलाने या बेचते
ग्राम कंझेटा के लोगों ने आदर्श प्रस्तुत किया है जिसकी सभी जगह सराहना हो रही है.
ग्रामीणों के एक फैसलै ने यह बता दिया है कि इच्छाशक्ति हो, तो कुछ भी असंभव नहीं.
कवर्धा जिले के पंडरिया जनपद पंचायत के फैसले से महिलाओं में खुशी का माहौल है
छत्तीसगढ़: कहते हैं जिसको ठान लिया जाता है उसको पूरा कर दिया जाता है ऐसी ही कहानी है छत्तीसगढ़ के कवर्धा ग्राम पंचायत कंझेंटा जहां वहां के क्षेत्रीय निवासियों ने ऐसा कार्य किया है जिसकी चारों तरफ चर्चा हो रही है। बता दें कि ग्राम पंचायत के लोगों ने ऐसा अनोखा कार्य किया है जिसको लेकर कई वर्षों तक सत्ता में रहने वाली कांग्रेस और बीजेपी भी नहीं कर पाई।
आपको बता दें कि ग्राम पंचायत कंझेंटा के निवासियों ने ऐसा निर्णय लिया है कि आप गांव में किसी के द्वारा शराब पीने पिलाने या बेचते पाए जाने पर पंचायत और गांव वाले मिलकर उचित निर्णय लेंगे। इसके बाद ग्राम पंचायत की महिलाओं में खुशी का माहौल है।
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दरअसल शराब की आदत से सबसे ज्यादा महिलाएं ही परेशान रहते हैं घर में बेटा पति शराब पीकर आते हैं जिससे घर का माहौल तनाव कम हो जाता था। मारपीट गाली-गलौज वाद विवाद जैसी स्थिति बनती थी लेकिन पहुंच शराबबंदी के फैसले ने राहत पहुंचाई है नियम पूरे जिले और प्रदेश में भी लागू होना चाहिए।
गांव वालों के इस फैसले पर कहां कि गांव में अवैध शराब बिक्री बढ़ गई थी। लोग बहुत ज्यादा परेशान हो गए थे। गांव में शराब पीने वालों की संख्या बढ़ गई थी। इससे युवा वर्ग ज्यादा प्रभावित हो रहा था घर का माहौल खराब होने लगा था। बच्चों के माता-पिता परेशान थे। इन सभी स्थितियों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है यह नियम आगे भी रहेगा। चुनाव के दौरान शराब बांटने की शिकायत आती है लेकिन आप किसी भी चुनाव में शराब नहीं बैठने दिया जाएगा।