छत्तीसगढ़ : कोरोना काल में परीक्षा शुल्क कम करने व छात्रों से लेट फीस न लेने की मांग
कोरोना की दूसरी लहर से सभी वर्ग के लोग प्रभावित हैं और छत्तीसगढ़ में डेढ़ महीने से लॉकडाउन की स्थिति थी। लोगों के पास रोजगार नहीं था और व्यवसाय भी पूरी तरह से ठप हो गए थे। हाल ही में कोरोना महामारी की वजह से विश्विद्यालय द्वारा ऑनलाइन परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया। मगर, विश्विद्यालय द्वारा छात्रों से बहुत ज्यादा परीक्षा शुल्क व लॉकडाउन की वजह से फॉर्म नही भर पाए छात्रों से लेट फीस ली गई है, जो अनुचित है।
कोरोना महामारी की वजह सभी वर्ग की आर्थिक स्तिथि खराब है। कई छात्र ऐसे हैं, जिनके माता-पिता फीस भर पाने में अक्षम हैं। ऐसे में विश्विद्यालय द्वारा पूरा परीक्षा शुल्क और लेट फीस लेना उचित नहीं है, जबकि परीक्षा भी ऑनलाइन हो रही है इसके साथ ही कई छात्र परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित रह गए हैं और विश्विद्यालय ने अब पोर्टल भी बंद कर दिया है।
इन मुद्दों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने निम्न मांगों को उठाया है…
1. परीक्षा शुल्क 50 फीसद कम किया जाए।
2. लेट फीस लेने पर तत्काल रोक लगाई जाए।
3. जो छात्र फॉर्म नही भर पाए हैं उनके लिए कुछ दिन ऑनलाइन पोर्टल को पुनः शुरू किया जाए।
4. कॉलेज के पास रहने वाले विद्यार्थियों को उत्तरपुस्तिका कॉलेज से ही उपलब्ध कराई जाएं।
5. जो छात्र किसी कारण से परीक्षा न दे पाया हो, उसकी दोबारा परीक्षा लेने की व्यवस्था की जाए।
अभाविप ने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि पांच दिनों के अंदर हमारी सभी मांग को पूरा किया जाए। ऐसा नहीं करने की स्थिति में अभाविप उग्र प्रदर्शन करने को बाध्य होगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।