जोशीमठ भू – धंसाव मामले पर केंद्र सरकार ने लिया बड़ा एक्शन, सरकार ने कमेटी का किया गठन
देहरादून : उत्तराखंड के जोशीमठ में कई स्थानों पर धंसती जाती धरती ने लोगों के लिए समस्या पैदा कर दी है। ऐसे में लोग अपना घर छोड़ने पर मजबूर हो रहे है। इस हालात को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस मामले पर बड़ा एक्शन लेते हुए पुरे इलाके में अलर्ट जारी किया गया हैं। इतना ही नहीं इसको लेकर केंद्र सरकार ने एक कमेटी का भी गठन किया है।
केंद्र सरकार द्वारा तैयार की गयी कमेटी घटना और उसके प्रभाव का तेजी से अध्ययन करेगी। जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जारी एक कार्यालय ज्ञापन में कहा गया है कि, ”समिति में पर्यावरण और वन मंत्रालय, केंद्रीय जल आयोग, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और स्वच्छ गंगा मिशन के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा ज्ञापन में कहा गया कि समिति भूस्खलन से बस्तियों, इमारतो, राजमार्गों, बुनियादी ढांचे और नदी प्रणाली पर पड़ने वाले प्रभावों का पता लगाएगी।इसके बाद कमेटी तीन दिनों के भीतर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।”
”जीवन बचाना पहली प्राथमिकता है”- सीएम धामी
वही राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज जोशीमठ का दौरा करेंगे। मुख्यमंत्री जमीन धंसने की घटना का जायजा लेते हुए प्रभावित लोगों से भी मुलाकात करेंगे। इसके साथ ही सीएम धामी की अध्यक्षता में इस मुद्दे पर बैठक हुई थी। इस बैठक में राज्य के डीजीपी, अपर मुख्य सचिव, अपर सचिव और आपदा अधिकारी ने भी शामिल हुए थे। मीडिया से बात करते हुए पुष्कर धामी ने कहा था कि, ”जीवन बचाना पहली प्राथमिकता है। उत्तराखंड के जोशीमठ शहर में कई घरों में दरारें आने के बाद कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।”