
EOW की पड़ताल में हुआ बड़ा खुलासा , सरकारी स्कूल का अध्यापक निकला 20 कॉलेजों का मालिक
मध्य प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) उस समय हैरान रह गई जब उसने ग्वालियर में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक पर छापा मारा। पुलिस की ईओडब्ल्यू विंग ने कथित आय से अधिक संपत्ति के लिए छापेमारी की लेकिन पता चला कि शिक्षक के पास 20 कॉलेज हैं। प्रशांत परमार के रूप में पहचाना जाने वाला शिक्षक घाटीगांव में प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक के रूप में तैनात था। पुलिस ने उसके घर और उससे जुड़े अन्य ठिकानों पर छापेमारी की।
ईओडब्ल्यू के पुलिस उपाधीक्षक सतीश चतुर्वेदी के अनुसार, ग्वालियर और अन्य स्थानों पर छापेमारी के बाद शुरुआती जांच में पता चला है कि परमार के पास 20 कॉलेज हैं। जहां डी.एड और बी.एड कराया जाता है। सभी कॉलेज ग्वालियर-चंबल संभाग में स्थित हैं। उन्होंने कहा, ‘इन कॉलेजों से जुड़े दस्तावेजों की जांच की जा रही है। चतुर्वेदी ने कहा कि परमार की संपत्ति उनकी आय के स्रोतों से 1,000 गुना अधिक है। परमार चार कार्यालयों के मालिक भी हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिक्षक ने पिछले 15 सालों में ये संपत्तियां जमा की हैं। परमार ने 3500 रुपये के मामूली वेतन पर 2006 में एक शिक्षक के रूप में काम करना शुरू किया। वह राजस्थान के मूल निवासी हैं। पुलिस को दो संपत्तियों, जमीन, बैंक खाते और बैंक लॉकर से जुड़े दस्तावेज भी मिले हैं। आय से अधिक संपत्ति के संबंध में पुलिस को गुप्त सूचना मिली है। इसके अलावा वह राज्य में तीन नर्सिंग कॉलेज भी चलाते हैं। पुलिस ने यह भी पाया कि उसके नेटवर्क न केवल पूरे राज्य में बल्कि झारखंड में भी हैं। पुलिस ने उसके घर से कई सरकारी कार्यालयों और अधिकारियों की मुहरें और मुहरें भी बरामद कीं, जिससे यह संकेत मिलता है कि वह नकली दस्तावेजों का उपयोग करके इन कामों को अंजाम दे रहा होगा।