
बिहार पुलिस ने BTET अभ्यर्थियों जमकर भांजी लाठियां, राजभवन का घेराव करने जा रहे थे अभ्यार्थी
बिहार : पटना में परीक्षा की मांग कर रहे BTET अभ्यर्थियों पर बिहार पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी है। इस लाठी चार्ज में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जख्मी हुए है। डाकबंगला चौराह पर प्रदर्शन कर रहे अभ्यार्थियों पर पुलिस ने लाठी चार्ज की, दरअसल , BTET अभ्यर्थी राजभवन का घेराव करने के लिए डाकबंगला चौराहे से आगे की ओर बढ़ रहे थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। प्रदर्शनकारी जब नहीं माने और पुलिस के साथ उनकी तीखी झड़प हो गई।
ये भी पढ़े :- सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तोते का फ्लर्टिंग वीडियो, इस अंदाज में किया प्यार का इजहार, देखे मजेदार Video…
दरअसल, पिछले दिनों शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रदर्शन और लाठीचार्ज के बाद इस इलाके को प्रदर्शन के लिए प्रतिबंधित घोषित कर दिया गया था। पटना प्रशासन की ओर से गरदनीबाग इलाके में प्रदर्शन करने की इजाजत दी गई थी। लेकिन, बीटेट अभ्यर्थियों ने गांधी मैदान से राजभवन मार्च और राजभवन के घेराव की घोषणा कर दी थी। अपनी योजना अनुसार वे राजभवन की ओर बढ़ रहे थे जिन्हें पुलिस ने लाठी के बल पर रोक दिया।
प्रदर्शनकारियों ने बिहार सरकार के खिलाफ की नारे बाजी
शुक्रवार को गांधी मैदान में भारी संख्या में बीएड और डीएलएड पास शिक्षक अभ्यर्थी इकट्ठा हुए। यहाँ से प्रदर्शन की शुरुआत कर, नारेबाजी करते हुए डाक बंगला चौहारा की ओर चल पड़े । बिस्कोमान भवन के पास पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग कर रोक दिया। इस दौरान मौके पर गहमागहमी का माहौल हो गया।
ये भी पढ़े :- आप की महिला विधायक हुई घरेलू हिंसा की शिकार, पति ने एक साथ जड़े कई थप्पड़, वीडियो वायरल
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, ”राज्य सरकार सातवें चरण की शिक्षक भर्ती निकालने वाली है। उनकी मांग है कि पिछले चरण की बैकलॉगिंग को रद्द करते हुए उन्हें भी इसमें शामिल किया जाए। इसके लिए शिक्षक बहाली शुरू करने से पहले बीटीईटी एग्जाम आयोजित किया जाए, ताकि उन्हें भी सातवें चरण की शिक्षक बहाली में हिस्सा लेने का मौका मिल सके। दूसरी ओर, सीटीईटी और बीटीईटी पास शिक्षक पास अभ्यर्थियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि 5 सितंबर तक सातवें चरण की बहाली प्रक्रिया नहीं शुरू की गई, तो पूरे बिहार में लाखों शिक्षक अभ्यर्थी आंदोलन पर उतर आएंगे।”