
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में रद्द की गई सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षाएं
सीबीएसई 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर परीक्षा में बैठने वाले छात्रों को काफी असमंजस की स्थिति से घूमना पड़ रहा था जिसके बाद बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर फैसला लिया जाना था और आज बोर्ड परीक्षाओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में एक अहम फैसला ले लिया गया आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी गई है। मिली जानकारी की माने तो जानकारी सामने आई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक में सीबीएसई के चेयरमैन और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ प्रकाश जावेडकर भी मौजूद थे। सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर निर्णय आना बेहद जरूरी माना जा रहा था क्योंकि सीबीएससी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कई राज्य अपनी बोर्ड परीक्षाओं पर निर्णय लेने के लिए इंतजार कर रहे थे जिसमें राजस्थान का नाम सामने आता है।

बैठक में एग्जाम को लेकर हुआ मंथन
कोरोना वायरस काल में किस तरीके से बोर्ड एग्जाम की परीक्षाएं कराई जाए इसको लेकर बैठक में मंथन हो रहा था एग्जाम होंगे भैया नहीं इस पर फैसला लिया जाएगा इससे पहले शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आज बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कई फैसला लेने वाले थे मगर अचानक रमेश पोखरियाल की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया। आपको बता दें कि शिक्षा मंत्रालय को परीक्षाओं के संबंध में अपने लिए गए फैसले की जानकारी सुप्रीम कोर्ट को 3 जून तक देनी थी केंद्र सरकार ने कल यानी 31 मई को सुप्रीम कोर्ट से परीक्षा पर निर्णय लेने के लिए 2 दिन का समय और मांगा था ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अपनी अध्यक्षता में बैठक की जिसमें सीबीएसई के चेयरमैन समेत रक्षा मंत्री भी शामिल थे।
परीक्षाओं के विकल्प पर प्रधानमंत्री ने मांगे अधिकारियों से विचार
मिली जानकारी के अनुसार नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई बैठक में परीक्षाएं आयोजित कराने के दोनों विकल्प और परीक्षाओं को रद्द करने के सभी विकल्प पर अधिकारियों से विचार मांगे सीबीएसई बोर्ड ने पिछले हफ्ते हुई केंद्रीय मंत्रियों की बैठक में परीक्षा आयोजित करने के दो विकल्प सुझाए थे।
क्या थे विकल्प ?
• सबसे पहला विकल्प यह बताया गया था कि सभी विषयों की परीक्षाएं घटे हुए एग्जाम पैटर्न पर ली जाए।
•केंद्र सरकार को दूसरा विकल्प यह बताया गया था कि सिर्फ महत्वपूर्ण विषय पर ही परीक्षाओं का आयोजन कराया जाए।
मनीष सिसोदिया ने दिया सरकार ने सुझाव
परीक्षाओं को लेकर रखी गई बैठक में मनीष सिसोदिया भी शामिल थे उन्होंने परीक्षाओं को रद्द कर के छात्रों को इंटरनल मार्किंग के आधार पर पास करने का विकल्प बताया उन्होंने कहा कि अगर कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर आ जाती है तो वह बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगी ऐसे में हमें बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति ध्यान रखना बहुत जरूरी है और एग्जाम रद्द करने की बात को उन्होंने बढ़ावा दिया उन्होंने यह भी कहा था कि परीक्षा से पहले सभी छात्रों को वैक्सीनेट किया जाना चाहिए।
प्रियंका गांधी ने लिखा था प्रधानमंत्री को पत्र
कई बड़े नेताओं द्वारा बोर्ड परीक्षाओं को लेकर प्रतिक्रिया देखने को मिल रही थी फैसला आने से 1 दिन पहले कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की थी उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखते हुए कहा था कि छात्र अभिभावक और शिक्षक लगातार परीक्षाएं रद्द करने की मांग कर रहे हैं इसलिए सरकार को उनकी बात पर ध्यान देना चाहिए प्रियंका गांधी वाड्रा ने यह भी कहा कि महामारी के इस समय में ऑफलाइन परीक्षाओं से बच्चों में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
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कई राज्यों ने किया था परीक्षाओं का विरोध
आपकी जानकारी के लिए बता दें देश की राजधानी दिल्ली समेत महाराष्ट्र गोवा और अंडमान व निकोबार ने परीक्षा कराने को लेकर विरोध जताया था परीक्षा का विरोध करने वाले सभी राज्यों का तर्क था कि परीक्षाओं के दौरान परीक्षा केंद्रों पर भारी भीड़ उमड़ी की जिससे करो ना की आने वाली तीसरी लहर का खतरा बढ़ सकता है कुछ राज्य पहले टीका फिर परीक्षा का नारा भी दे रहे थे। लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में की गई बैठक के दौरान बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला ले लिया गया है।