Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में मध्य प्रदेश से पशु आहार में आया खरपतवार बना मुसीबत

छत्तीसगढ़ के पशुचारक मध्य प्रदेश से अपने पशुओं के लिए भोजन लाते हैं। खुर्रई और मध्य प्रदेश के अन्य हिस्सों से मवेशियों के चारे में एक खरपतवार आ गया है, जो पिछले दो से तीन वर्षों में उत्तरी छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्सों में फैल गया है। गेहूं समेत इसकी सब्जी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इसको लेकर किसानों के साथ-साथ कृषि वैज्ञानिक भी चिंतित हैं।

उनका कहना है कि तीन प्लेटों के अलावा, दो नए खरपतवार हैं, जिन्हें अगर जल्दी नहीं रोका गया तो यह एक बड़ा संकट पैदा कर सकता है। नतीजतन, कम प्रजनन क्षमता ने उत्पादकता को प्रभावित किया है। यह रबी की फसल की बुवाई के समय किसानों के खेतों में उगने लगती है। गेहूं की फसल को विशेष रूप से लगातार पानी की जरूरत होती है। नमी बनाए रखने के कारण यह बहुत तेजी से फैलता है।

इसकी जड़ें बहुत गहरी होती हैं, इसलिए खरपतवार या मुर्गियां भी निकालना संभव नहीं है। यह इतनी तेजी से फैलता है कि बोई गई फसल कमजोर हो जाती है। अन्य चौड़ी और संकरी पत्ती वाले खरपतवारों में किसानों द्वारा उपयोग किए जाने वाले रासायनिक डिकॉन्गेस्टेंट का भी तीन मामलों में उपयोग किया जाता है, लेकिन यह रासायनिक दवा भी तीन मामलों में अप्रभावी होती है।

Follow Us
Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
%d bloggers like this: