
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगामी होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व एक बार फिर कांग्रेस पार्टी में चल रही अंदर खाने चल नहीं करें सामने आई है। बता दें कि चुनाव आयोग के साथ राजनीतिक दलों की बैठक को लेकर मीडिया और संचार विभाग के सदस्य ओमकार नाथ ने उत्तर प्रदेश चुनाव प्रभारी व कांग्रेस पार्टी के महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को पत्र लिखकर सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने लिखा है कि चुनाव आयुक्त इस बैठक में वीरेंद्र मदान और अनस को अधिकृत किया गया था और इसके बाद जब चुनाव आयोग से फोन आया तो वहां गए वहां जाने से पहले उन्होंने वही नेता सतीश अजमानी और प्रदेश अध्यक्ष के साथ पार्टी के रूख पर भी चर्चा की थी।
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा को पत्र लिखकर कहा है कि मंगलवार को उनसे मिले कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को पार्टी में अधिकृत नहीं किया था आजा पार्टी का अधिकृत मंडल को भेजा जाएगा वहीं मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में जाकर उनका नादान और अनस खान ने पार्टी का पक्ष रखा था लेकिन पार्टी मंडल को अनाधिकृत घोषित कर दिया था इसके लिए नया प्रतिनिधिमंडल बनाया गया है जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी अनुराधा मिश्रा और नसीमुद्दीन सिद्दीकी को शामिल किया गया था।
गौरतलब है कि जिसके बाद नाराज प्रदेश मीडिया कम्युनिकेशन ब्लॉक के सदस्यों का नरसिंह ने प्रियंका गांधी को पत्र लिखकर इस्तीफा दिया। उन्होंने कहा कि आयोग की बैठकों में भागीदारी करने के लिए उन्हें मॉकिंग निर्देश मिला था उनकी प्रदेश सरकार से कोई निजी दुश्मनी नहीं है और ना ही अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह से कोई नाराजगी है उन्होंने इसके संबंध में संबंधित मांग पार्टी के हित में रखी थी। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि उनकी वरिष्ठता को किनारे करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने उनकी छवि धूमिल की है जिसके चलते वह कांग्रेस पार्टी में मान सम्मान की बात रखते हुए सभी पदों से इस्तीफा दिया है।