
उत्तराखंड : विधानसभा सत्र के दौरान धरने पर बैठे मनोज रावत और हरीश धामी
उत्तराखंड : विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस विधायक मनोज रावत और हरीश धामी अपनी मांगों के समर्थन में सदन की दीर्घा में धरने पर बैठ गए। केदारनाथ विधायक रावत ने जहां चार धाम यात्रा शुरू करने की मांग की। वहीं धामी ने अपने क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी का मुद्दा उठाया।
ये दोनों विधायक अपनी मांगों के समर्थन में तख्तियां लेकर सदन में पहुंचे। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए रावत ने कहा कि राज्य के अन्य सभी धार्मिक स्थल खुले हैं। जबकि केवल चार धाम यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार उच्च न्यायालय (एचसी) में मामले को ठीक से उठाने में विफल रही है।
रावत ने कहा कि यात्रा पर निर्भर हजारों लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कोविड-19 के संक्रमण के स्तर में कमी को देखते हुए सरकार को यात्रा शुरू करनी चाहिए।
वहीं धामी ने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र धारचूला के 50 प्रतिशत क्षेत्र में कोई भी मोबाइल नेटवर्क नहीं है। उन्होंने बताया कि उस क्षेत्र के लोगों को नेपाली मोबाइल नेटवर्क का उपयोग करना पड़ता है।
धामी ने दावा किया कि उन्होंने अपने विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कोष से मोबाइल टावर लगाने के लिए 26.50 लाख रुपये की राशि मंजूर की थी। उसके बावजूद मोबाइल टावरों को चालू नहीं किया गया।
धरने में कांग्रेस के अन्य सदस्य भी शामिल हुए। बाद में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दोनों विधायकों को अपने कार्यालय में बातचीत के लिए आमंत्रित किया। साथ ही आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा।
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