
उत्तराखंड कांग्रेस को लगा बड़ा झटका , पार्टी के तीन दिग्गज नेताओं ने थामा आप का हाथ
देहरादून : गोवा के बाद अब उत्तराखंड(Uttarakhand) कांग्रेस(Congress) को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, बीते सोमवार को उस वक्त कांग्रेस(Congress) पार्टी में हडकंप मच गया जब कांग्रेस से 45 साल जुड़े रहे आरपी रतूड़ी व अन्य नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दिया और दोपहर में आम आदमी पार्टी(Aam Aadmi Party) जॉइन कर ली. इसके बाद शाम को हरक सिंह(Harak Singh) के घर कई कांग्रेसी नेता बैठक का आयोज किया गया.
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हरक सिंह के घर पहुंचने वालों में प्रीतम सिंह गुट(Pritam Singh Group) के कई नेता शामिल थे. उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, गंगोत्री के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण(Vijaypal Sajwan) पूर्व विधायक राजकुमार आदि नेताओं शामिल हुए. इस बैठक के बाद हरक ने कहा, ”अब उत्तराखंड में विपक्ष कमज़ोर दिख रहा है. ‘मैं जब नेता विपक्ष था, कांग्रेस सड़क से सदन तक लड़ती थी. इस वक्त प्रदेश में खालीपन दिख रहा है.’ इन नेताओं ने आपस में बातचीत कर एक बड़ी पहल या फैसला करने का इशारा दिया”
‘टोटकों की राजनीति का समय नहीं है’ – हरक सिंह
हरक सिंह ने इस मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि, ‘एक पड़ाव पर पहुंचने और बड़े पदों पर रहने के बाद गंभीरता होनी चाहिए. अब टोटकों की राजनीति का समय नहीं है.’ हरक के बयान का समर्थन करते हुए प्रीतम सिंह ने भी कहा कि हरक ठीक कह रहे हैं. ‘हमें किसी का डर नहीं है और हम जल्द सड़कों पर दिखेंगे.’ असल में इस मीटिंग को बड़े रोल में हरक की वापसी के तौर पर समझा जा रहा है.’
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इन तीन नेताओं ने थामा आप का हाथ
कांग्रेस(Congress) के राजेंद्र प्रसाद रतूड़ी (Rajendra Prasad Raturi) के साथ ही प्रदेश महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष कमलेश रमन(Kamlesh Raman) और कांग्रेस के सोशल मीडिया सलाहकार कुलदीप चौधरी(Kuldeep Choudhary) ने सोमवार कांग्रेस को छोड़ दिया. इसके साथ ही उन्होंने दोपहर में आम आदमी पार्टी जॉइन की तो इसे कांग्रेस के लिए बड़ा झटका दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तराखंड आप के संयोजक और पूर्व कांग्रेसी जोत सिंह बिष्ट(Jot Singh Bisht) ने बताया कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया(Manish Sisodia) की मौजूदगी में तीनों को पार्टी की सदस्यता दिलाई गई.
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जानकारी के मुताबिक, तीनों नेताओं ने विधानसभा चुनाव(assembly elections) में हारने के बावजूद कांग्रेस के भीतर चल रही कलह को पार्टी से खिन्नता की वजह बताया. इन तीन नेताओं के कांग्रेस छोड़ने के बाद हरक सिंह के घर हुई बैठक ने भी राज्य की राजनीति में हलचलों व अटकलों का बाज़ार गर्म कर दिया. कुछ लोग तो यहां तक कहते दिखे कि जल्द ही कांग्रेस के दिग्गज नेता भी पार्टी से अलग नज़र आएं तो हैरानी नहीं होनी चाहिए.