
भोपाल एम्स ने किया चौंकाने वाला खुलासा, फेफड़ों में ही नहीं शरीर के दूसरे अंगों पर भी पड़ता है कोरोना का असर
भोपाल एम्स के अध्ययन में चौंकाने वाला खुलासा आया सामने। स्टडी में दावा किया गया है कि कोरोना सिर्फ फेफड़ों को डैमेज नहीं करता बल्कि कई अंगों को पहुंचाता है नुकसान।
भोपाल। कोरोना के संक्रमण को लेकर आये दिन नए खुलासे होते नज़रआ रहें हैं। हाल ही में हुए मध्यप्रदेश के भोपाल एम्स की स्टडी में पता चला की कोरोना संक्रमण सिर्फ हमारे फेफड़ों को ही नहीं बल्कि पूरे शरीर को भारी नुकसान पहुंचा रहा है।
कोरोना का हमारे किडनी, लिवर, पैंक्रियाज, ब्रेन और हार्ट पर भी बहुत बुरा असर देखने को मिल रहा है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल एम्स में हुए कोविड शवों के पोस्टमार्टम में की रिपोर्ट हैरान करने और चिंता में डालने वाली है।
बता दें, भोपाल एम्स में 21 कोविड शवों की अटॉप्सी के बाद खुलासा हुआ कि कोरोना वायरस से सिर्फ फेफड़े बल्कि किडनी, ब्रेन, पैंक्रियाज, लिवर और हार्ट अटैक की समस्या भी आई है।
भोपाल एम्स ने अपने शोध में इस बात का खुलासा किया है कि कोरोना वायरस मरीज़ के मौत के 20 घंटे बाद भी मरीज के शरीर में पाया जाट है।
भोपाल एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर सरमन सिंह ने एक मीडिया समूह से बात करते हुए बताया कि एम्स भोपाल में पिछले साल अगस्त से नवंबर तक 21 कोरोना संक्रमित मरीजों के शवों का पोस्टमार्टम हुआ।
जिसमें पता चला कि मृतकों में से 45 फ़ीसदी के ब्रेन में कोविड-19 संक्रमण पहुंचा था, 90 फीसदी फेफड़ों में और इसके अलावा किडनी, लिवर, पैनक्रियाज को कोरोना ने संक्रमित किया।
आपको बता दें कि कोरोना गाइडलाइंस के तहत एम्स में 21 शवों का पोस्टमार्टम किया गया था, जिसमें मृतकों में से 45 फ़ीसदी के ब्रेन में कोविड-19 संक्रमण पहुंचा, 35 फीसदी का पैंक्रियाज सिस्टम बिगड़ गया था।
सबसे ज्यादा 90 फीसदी फेफड़े संक्रमित पाए गए। अटॉप्सी के दौरान पता चला कि मरने वाले इन 21 में से 20 मरीजों को पहले से ही कई बीमारियां थीं, जबकि एक मरीज को कोरोना से पहले कोई बीमारी नहीं थी।
बता दें कि इस तरह की ऑटोप्सी पहले देश मे कभी नहीं हुई थी। भोपाल में पहली दफा अध्ययन किया गया।
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