
नाम बदलकर बाजारों में लौट रहा है युवाओं का पसंदीदा खेल PUB G
भारत की सरकार ने युवाओं के पसंदीदा खेल पब्जी पर रोक लगा दी थी जिसके बाद अब वही खेल बाजारों में दोबारा से लौटने वाला है आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस बार कंपनी ने गेम का नाम बदल दिया है जिसके बाद यह नाम अब Battleground Mobile India रख दिया गया है आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल भारत सरकार ने इस गेम पर प्रतिबंध लगा दिया था सिर्फ यही नहीं कुछ अन्य चाइनीस मोबाइल ऐप पर भी भारत सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाया गया था।
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इस गेम कंपनी ने दोबारा भारत के अंदर गेम लांच की घोषणा शुरुआती दौर में ही कर दी थी लेकिन तब से लेकर अब तक युवाओं को इस गेम का बेसब्री से इंतजार था और अभी इंतजार खत्म हो गया है। Pub g गेम निर्माता कंपनी KRAFTON ने आने वाले इस खेल का एक वीडियो ट्रेलर रिलीज किया है यह भारत में नए गेम की लॉन्चिंग का ऐलान है वीडियो टीचर के मुताबिक यह गेम जल्द युवाओं के फोन में फिर वैसे ही दौड़ने वाला है जैसे पहले युवा इसके लिए उतावले थे।
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इस मोबाइल गेम की निर्माता कंपनी KRAFTON ने कहा कि भारतीय यूजर्स के लिए पहले बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया की फ्री रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी इसके बाद ही मोबाइल गेम को लांच किया जाएगा मिली जानकारी की माने तो कंपनी ने कहा कि बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया केवल भारतीय यूजर्स के लिए है।
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प्राइवेसी और डाटा गेम की पहली प्राथमिकता
आपको याद होती भारत सरकार ने जो चाइनीस मोबाइल एप पर प्रतिबंध लगाया था उसके पीछे का कारण भारतीयों की प्राइवेसी और डाटा एक अहम भूमिका निभा रहा था लेकिन पब्जी के इस दूसरे वर्जन में कंपनी ने इस बात को साफ कर दिया है कि गेम की पहली प्राथमिकता लोगों का डाटा और प्राइवेसी रहेगी। कंपनी ने कहा कि हम डेटा की सुरक्षा के लिए अन्य कंपनियों के साथ काम कर रहे हैं कंपनी ने आगे कहा कि केंद्र सरकार के नियमों के मुताबिक गेम का डाटा सेंटर भारत में बनाया जाएगा।
पब्जी सहित 118 ऐप हुए थे
युवाओं में पब्जी के साथ-साथ और भी अन्य प्रकार के अपुन का उतना ही उत्साह था जितना कि पब्जी का लेकिन भारत सरकार ने बीते साल सितंबर में 118 ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए बयान में इस बात का जिक्र किया गया था कि 118 मोबाइल ऐप भारत की संप्रभुता और अखंडता भारत की रक्षा राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा है भारतीय यूजर्स के सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए प्रतिबंध लगाया गया था।
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सिर्फ इतना ही नहीं मंत्रालय ने यह भी कहा था कि इन एप्स की ओर से खट्टा किए गए डाटा को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे थे और राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन्हें बंद करने का फैसला लिया गया। आदेश में इस बात का भी जिक्र किया गया था कि इंडियन साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंसर की होम मिनिस्ट्री की ओर से इन एप्स पर बैन लगाने की मांग की जा चुकी है।