चंद्रशेखर ने बीजेपी को दी खुली चुनौती, दम हो तो करे प्रताड़ित
अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन को लेकर किए जा रहे सारे कयास गलत होते जा रहे हैं. बसपा सुप्रीमो मायावती और एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का गठबंधन ना करने के ऐलान के बाद आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर की सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया है.
बीते दिन मायावती ने पंचायत चुनाव के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव ना लड़ने की घोषणा की. मायावती की पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए यह एक जोर का झटका है.
चंद्रशेखर ने अपनी सियासी रणनीति के आक्रामक संकेत देते हुए कहा कि मायावती अपनी पार्टी की अध्यक्ष हैं. उनकी अपनी रणनीति है. लेकिन एक बड़ी पार्टी के नेता द्वारा जिला पंचायत के चुनाव में हाथ पीछे खींच लेना, आत्मसमर्पण कर देना, सरकार को खुली छूट या तानाशाही की इजाजत देने जैसा है. इसे वॉकओवर भी कहते हैं. लेकिन वह मायावती पर ज्यादा नहीं बोलेंगे. वह अपनी पार्टी की रणनीति पर ध्यान देंगें.
वहीं चंद्रशेखर ने बीजेपी पर भी निशाना साधा. चंद्रशेखर ने कहा कि वह बीजेपी को खुली चुनौती दे रहे हैं कि वो उनकी पार्टी के किसी जिला पंचायत सदस्य को उठाकर दिखाएं. उन्हें प्रताड़ित करके दिखाएं तो वह बताएंगे कि जनता कितनी ताकतवर है. ये समझ लेना चाहिए कि सरकार स्थायी नहीं है. प्रशासनिक अधिकारियों को भी यह समझना चाहिए कि योगी सरकार 6-7 महीने से ज्यादा नहीं चलेगा. यूपी की जनता इसे उखाड़ फेंकेगी.