गरीब मरीजों की संजीवनी बनी आयुष्मान योजना: ब्रजेश पाठक
योजना के पांच साल पूरे होने पर कार्यशाला का आयोजन
लखनऊ: प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना प्रदेश में बेहतर तरीके से लागू की गई है। अधिक से अधिक सरकारी व प्राइवेट मेडिकल संस्थानों को जोड़ा गया है। इससे गरीब मरीजों को घर के निकट मुफ्त इलाज उपलब्ध कराने की राह आसान हुई है। आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मरीज मनपसंद सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में करा सकते हैं। यह कहना है डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का।
आयुष्मान योजना के पूरे हुए पांच साल
वह शुक्रवार को लखनऊ के हजरतगंज स्थित होटल बीबीडी फॉरच्यून में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। आयुष्मान योजना के पांच साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह केंद्र और राज्य की अनूठी एवं कल्याणकारी योजना है। इसके तहत मरीजों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। प्राइवेट अस्पताल बिना किसी जमा राशि के समाज के प्रति उत्कृष्ट सेवा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यूपी बड़ी आबादी वाला राज्य है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध अस्पतालों में मरीजों का बेहतर इलाज किया जाता है। प्रदेश के सभी जिलों में योजना लागू है। प्राइवेट अस्पतालों को इलाज पर आने वाले खर्च का 90 प्रतिशत से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर भी अब गर्व से प्राइवेट अस्पताल में इलाज हासिल कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच को यूपी में पूरी तरह से साकार किया जा रहा है। सरकार बीते पांच वर्षों से आयुष्मान योजना का संचालन किया जा रहा है। लक्षित परिवारों एवं सदस्यों का आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाकर उन्हें इलाज की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। इसमें निजी अस्पतालों की भूमिका अहम है।
गंभीर बीमारियों का भी इलाज
डिप्टी सीएम ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत गंभीर बीमारियों का इलाज मुहैया कराया जा रहा है। इसमें कैंसर, किडनी, न्यूरो, पेट समेत दूसरी बीमारी शामिल हैं। आयुष्मान योजना के तहत मरीज को भर्ती कर मुफ्त इलाज का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इस मौके पर लाभर्थियों को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।