Uttar Pradesh

यूपी : लखनऊ-अयोध्या हाइवे पर बस में लगी आग, सुरक्षित बचे यात्री

अयोध्या-लखनऊ हाईवे पर पटरंगा थाना क्षेत्र के बाकरपुर गांव के समीप शनिवार रात करीब 11:30 बजे यात्रियों से भरी एक डबल डेकर एसी बस में अचानक आग लग गई। बस के अंदर से धुआं निकलते देख चालक ने तुरंत बस रोक दी। यात्रियों को बाहर निकाला, इस दौरान आग फैलने पर कुछ यात्रियों ने बस से कूदकर जान बचाई। कुछ ही देर में बस आग का गोला बन गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस व फायर ब्रिगेड ने करीब एक घंटे में आग पर काबू पाया। तब तक बस पूरी तरह जल गई व इसमें रखा यात्रियों का सामान भी राख हो गया। पुलिस ने यात्रियों को दूसरे वाहन से उनके गंतव्य के लिए रवाना कराया।

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जालंधर पंजाब से यात्रियों को लेकर बिहार के पूर्णिया जा रही एक डबल डेकर एसी बस शनिवार रात लगभग 11:30 बजे पटरंगा थाना क्षेत्र के रानीमऊ चौराहा पर जब पहुंची तो चालक व यात्रियों को कुछ जलने की महक आई। थोड़ा आगे बढ़ने पर नीचे से चिंगारी व लपटें निकलती देख चालक ने बाकरपुर गांव के समीप तुरंत बस को सड़क किनारे रोक दिया। सभी यात्रियों से बाहर निकलने के लिए कहा। बस के रुकते ही लपटे तेज हो गई और यात्री अपनी जान बचा कर बस से कूदने लगे। कुछ ही देर में बस धू धू कर जलने लगी। 

आसपास के लोगों ने घटना की सूचना पटरंगा पुलिस व फायर ब्रिगेड को दी। वरिष्ठ उपनिरीक्षक सुधाकर, गुलाम रसूल, जितेंद्र कुमार यादव, रामकिसुन व आशीष कुमार व फायर ब्रिगेड की टीम ने एक घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बस पूरी जल गई थी। बस में सवार यात्रियों के समान व लगेज भी नही निकाल सके जो सब उसी में जल कर राख हो गया। हाल यह रहा कि कुछ के पास तो किराए का पैसा भी नहीं बचा। जिन्हें पुलिस ने किराया देकर उनके गंतव्य के लिए रवाना किया।

एसएसपी शैलेश पांडेय ने बताया कि डबल डेकर एसी बस में आग लग जाने से पूरी बस जल गई। बस में 90 यात्री सवार थे। सभी बाल-बाल बच गए। फायर बिग्रेड की सहायता से आग बुझा दी गई है। बस पंजाब के जालंधर से बिहार के पूर्णिया जिले को जा रही थी। यात्रियों को दूसरे वाहन से उनके गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया है। बस में आग लगने का कारण पता नहीं चल सका है।

मंजर देख दहल गया यात्रियों व ग्रामीणों का दिल
हाईवे पर धू धू कर जल रही बस व यात्रियों की चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर दौड़े और बचाव कार्य प्रारंभ किया। कुछ यात्री तो सदमे में आ गए, जिन्हें ग्रामीणों ने पानी उपलब्ध कराया। यह मंजर देखने वाले ग्रामीण रामबरन वर्मा, लल्लन रावत, अन्नू वर्मा, रमेश कुमार, रसोई ढाबा मालिक सोनू सिंह, अर्जुन कुमार आदि ने यात्रियों को हिम्मत बधाई और उन्हें सड़क किनारे बैठाया और जलपान उपलब्ध कराया। वहीं बस के यात्री रहमान, पिंटू, अर्नव सिंह, गीता देवी, सावित्री देवी, मंजू देवी, विजय कुमार, सलीम खान व जय कुमार आदि ने बताया कि अगर चालक ने समय पर बस न रोकी होती तो पता नहीं क्या हो जाता। बताया कि बस से नीचे उतरने के थोड़ी ही देर बाद बस आग का गोला बन गई। वह अपना सामान भी नहीं उतार पाए, सब जलकर राख हो गया।

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पुलिस ने यात्री को दिया 900 रुपये किराया
वैश्विक महामारी कोविड 19 के बावजूद पुलिस ने सभी यात्रियों को किनारे करके दूसरे वाहनों को रोक-रोक कर उन्हें उनके गंतव्य तक पहुँचाने में लगे रहे। अधिकतर यात्रियों के बैग व कपड़े उसी बस में छूट जाने से उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। एक यात्री के पास किराया भी नहीं बचा था, जिसे हाईवे चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार यादव ने अपने पास से 900 रुपये उसको देकर रवाना किया।

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