”जामा मस्जिद के नीचे औरंगजेब ने दबाई सैकड़ों हजारों देवी-देवताओं की मूर्तियों” :- चक्रपाणि महाराज
दिल्ली : इन दिनों भारत में मंदिर मस्जिद को लेकर हर रोज नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच हिंदू महासभा और यूनाईटेड हिंदू फ्रंट समते कुछ अन्य हिंदू संगठनों ने अब पुरानी दिल्ली स्थित जामा मस्जिद(Jama Masjid) को मंदिर पर होने का दावा किया है साथ ही उसपर अपना हक जताया है। इतना ही नहीं अब जामा मस्जिद को लेकर सर्वे कराने की मांग करने की तैयारी भी कर रहे हैं। बता दें कि अखिल भारतीय हिंदू महासभा के दूसरे धड़े के अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज(Chakrapani Maharaj) ने कहा कि, “जामा मस्जिद के नीचे औरंगजेब ने सैकड़ों हजारों देवी-देवताओं की मूर्तियों को दबाकर यह मस्जिद बनाई है।”
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गौरतलब है कि जामा मस्जिद देश की राजधानी दिल्ली में स्थित एक चर्चित मस्जिद है। बताया जाता है कि इसका निर्माण वर्ष 1656 में हुआ था। यह मस्जिद लाल पत्थरों और संगमरमर का बना हुआ है। लाल किले से महज 500 मीटर की दूरी पर जामा मस्जिद स्थित यह देश की सबसे बड़ी मस्जिद है। इस मस्जिद का निर्माण 1650 में शाहजहां ने शुरू करवाया था। ऐसा कहा जाता है कि इस मस्जिद के निर्माण में 6 वर्ष का समय लगा था और इस 10 लाख रुपये लगे थे। वर्तमान में यह रकम करोड़ों में है।
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आपको बता दे की, दिल्ली में बनी मस्जिद-ए जहां-नुमा यानि जामा मस्जिद में हर साल ईद के पवित्र अवसर पर सुबह विशेष नमाज अदा करने के लिए हजारों तीर्थयात्री यहां पर आते हैं। जामा मस्जिद परिसर में तकरीबन पच्चीस हजार लोगों की क्षमता है, हालांकि, पिछले 2 सालों से कोरोना के चलते वह भीड़ नहीं जुटती जो पहले जुटती थी। जामा मस्जिद 1200 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली हुई है। उसमे में तीन प्रवेश द्वार, चार मीनारें और दो मीनारें हैं जो चालीस मीटर ऊंची हैं। जामा मस्जिद दिल्ली के चांदनी चौक नाम के हिस्से में स्थित है। यह खूबसूरत मुगल संरचनाओं से घिरा हुआ है।