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सुप्रीम कोर्ट पहुंचा अतीक-अशरफ हत्‍याकांड मामला, प्रयागराज पुलिस की SIT टीम करेगी केस की जांच

पोस्‍टमॉर्टम में खुलासा, अतीक अहमद को 9 और अशरफ को लगीं थीं 5 गोलियां

लखनऊ/प्रयागराज: प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और अशरफ को रविवार रात कसारी-मसारी स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इन दोनों के जनाजे में सिर्फ 100 लोग शामिल हुए। अतीक को बेटे असद से सिर्फ पांच कदम की दूरी पर दफनाया गया। अतीक को मिट्‌टी देने उसके दोनों नाबालिग बेटे भी आए, जो बाल सुधार गृह में बंद हैं। वहीं, अभी सामने आई खबर के अनुसार, प्रयागराज पुलिस ने इस हत्यानकांड की जांच के लिए SIT टीम गठित करने का निर्णय लिया है। प्रॉपर्टी विवाद के एंगल पर भी जांच की जा रही है। इसके अलावा पुलिस हत्याुकांड के तीनों आरोपियों की कस्टपडी मांगेगी और उनसे पूछताछ करेगी। साथ ही सूत्रों के हवाले से ये जानकारी भी सामने आ रही है कि गुड्डू मुस्लिम की लोकेशन कर्नाटक में मिल रही है।

अशरफ अहमद को मिट्‌टी देने उसकी पत्नी जैनब और बेटी आईं। अतीक और अशरफ अंतिम संस्कार में आधार कार्ड देखकर एंट्री दी गई। साथ ही ऐसे ही लोगों को एंट्री मिली, जो परिवार के थे। इससे पूर्व पोस्टमॉर्टम हाउस से दोनों के शव को लेने बहनोई, ससुर और दो रिश्तेदार पहुंचे थे। अतीक और अशरफ के पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी भी सामने आ रही है।

करीब तीन घंटे चला अतीक-अशरफ का पोस्‍टमॉर्टम

न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि दोनों का पोस्‍टमॉर्टम पांच डॉक्‍टर्स के पैनल में तीन डॉक्‍टर्स ने किया, जिसमें लगभग तीन घंटे लगे। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर्स के अनुसार, अतीक को नौ गोली लगी थीं। बाईं कनपटी में एक गोली, गर्दन, सीने और कमर में नौ गोलियां धंसी थीं। एक गोली कंधे को चीरते हुए निकल गई थी। वहीं, उसके भाई अशरफ के शव से पांच गोलियां निकाली गईं, जो गले, सीने और पेट में धंसी थीं।

सुप्रीम कोर्ट पहुंचा अतीक-अशरफ हत्याकांड

उधर, अतीक और अशरफ की हत्या का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। Livelaw साइट के अनुसार, अधिवक्‍ता विशाल तिवारी ने पीआईएल दाखिल की है। इसमें सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में जांच कराने की मांग की गई है। साथ ही वर्ष 2017 से प्रदेश में अब तक हुए 183 एनकाउंटर की जांच की अपील भी की गई है।

वहीं, रविवार को ही यूपी सरकार के गृह विभाग ने इस हत्‍याकांड की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग गठन किया है। यह आयोग दो महीने के अंदर मामले की जांच करके रिपोर्ट शासन को सौंपेगा। यह आयोग हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज अरविंद कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में काम करेगा। इसमें रिटायर्ड डीजीपी सुबेश सिंह और जिला कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस बृजेश कुमार सोनी को शामिल किया गया है।

प्रयागराज में 17 अप्रैल को भी इंटरनेट बंद

इसके अलावा प्रयागराज में इंटरनेट सर्विस 17 अप्रैल यानी आज भी बंद रहेगी। इससे पहले रविवार को भी इंटरनेट सेवा बंद रही है। अतीक और अशरफ की हत्या के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बेहद पुख्ता की गई थी। पुलिस, पीएसी और रैपिड ऐक्शन फोर्स (RAF) के लगभग 10 हजार जवानों ने पूरे इलाके के चप्पे-चप्पे को कब्जे में ले रखा था। हर गली, नुक्कड़ और चौराहों पर पुलिस के जवान तैनात थे। छतों पर भी पुलिस के जवान खड़े किए गए थे।

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