कारोबार

अब घर बैठे खरीदें शराब, अमेज़न के बाद फ्लिपकार्ट ने भी इन दो राज्यों में शुरू की शराब ऑनलाइन बिक्री

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन के बाद अब फ्लिपकार्ट भी अल्कोहल के कारोबार में प्रवेश करने जा रही है। फ्लिपकार्ट भारत के दो शहरों (पश्चिम बंगाल और ओडिशा) में शराब पहुंचाने के लिए स्टार्टअप डियाजियो के साथ साझेदारी की है।

good news for drink lover, know you can buy from amazon


->>हिपबार के ज़रिए कर सकेंगे पसंदीदा शराब ऑर्डर
राज्य सरकारों के पत्रों के मुताबिक फ्लिपकार्ट के ग्राहक इस दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी के प्लेटफॉर्म्स पर हिपबार के ऐप को एक्सेस करने की अनुमति होगी। एक सूत्र ने बताया कि इस व्यवस्था के मुताबिक फ्लिपकार्ट के ग्राहकों को अपने पसंदीदा शराब का ऑर्डर देने की अनुमति होगी जिसे हिपबार रिटेल आउटलेट से कलेक्ट करने के बाद डिलीवर करेगी। हिपबार में Diageo India की 26 फीसदी हिस्सेदारी है। इस बारे में फ्लिपकार्ट ने तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

->>ऑनलाइन बिक्री से कम्पनियों को होगा काफी मुनाफ़ा
आईडब्ल्यूएसआर ड्रिंक्स मार्केट एनालिसिस के मुताबिक भारत का एल्कोहॉल मार्केट 27.2 अरब डॉलर का है। जाहिर है कि फ्लिपकार्ट और ऐमजॉन को इसमें काफी फायदा नजर आ रहा है। बता दें कि 9 करोड़ की जनसंख्या के साथ पश्चिम बंगाल भारत का चौथा सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, जबकि ओडिशा की आबादी 4.1 करोड़ से अधिक है। ऐसे में इन कंपनियों के लिए बड़ी चुनौती भी होगी। हालांकि कंपनी को भारी मुनाफा भी होगा।

->>स्विगी और जोमैटो ने भी कोरोना में शुरू की ऑनलाइन डिलीवरी
देश की दो टॉप फूड डिलीवरी स्टार्टअप स्विगी और जोमैटो ने कुछ शहरों में शराब की डिलीवरी शुरू कर दी है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग से बाहर कम निकल रहे हैं जिससे घर पर शराब की आपूर्ति की मांग बढ़ गई है। इसके अलावा बिग बास्केट भी बंगाल में अल्कोहल की होम डिलीवरी की तैयारी में है।
->>कोरोना से बढ़ेगी होम डिलीवरी की मांग
भारत के कुछ राज्य, जैसे गुजरात में शराब की खुदरा बिक्री पर प्रतिबंध है। बता दें कि मार्च में देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान सरकार ने शराब की बिक्री पर रोक लगा दी थी। बाद में इस पर लगी पाबंदी हटा दी गई। पाबंदी हटने के साथ ही झारखंड और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में शराब की ऑनलाइन डिलीवरी को मंजूरी दे दी गई।

Follow Us
Show More

Related Articles

Back to top button
%d bloggers like this: