वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए पीएनजी से चलाए जाएंगे NCR के सभी उद्योग
दिल्ली के बाद एनसीआर के शहरों में भी वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए उद्योगों को पाइप्ड प्राकृतिक गैस से चलाने की तैयारी की जा रही है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा एनसीआर में चल रहे उत्तर प्रदेश, हरियाणा तथा राजस्थान से उद्योगों को पीएनजी में कनवर्ट करने का निर्देश दिए गए है। इसके लिए एक समयबद्ध तरीके से कार्ययोजना बना कर उसे भी आयोग से साझा करने के निर्देश दिए गए है।
दिल्ली में पहले ही स्वच्छ ईंधन पर सभी उद्योगों को स्थानांतरित किया जा चुका है। इस सफल प्रयास को देखते हुए उत्तर प्रदेश, हरियाणा तथा राजस्थान के एनसीआर शहरों में भी इस योजना को लागू करने की तैयारी की जा रही है। तीनों राज्यों से आयोग ने कहा है कि वे एक समयबद्ध तरीके से कार्ययोजना तैयार करें, जिसके मुताबिक पीएनजी से सभी उद्योगों को चलाया जा सके।
आयोग ने कहा है कि, एनसीआर में तीनों राज्य ऐसे औद्योगिक क्षेत्रों की पहचान करें जहां पर पीएनजी गैस के लिए बुनियादी ढांचा तथा गैस नहीं मौजूद है। पीएनजी आपूर्ति के लिए भी इन क्षेत्रों में कार्ययोजना तैयार की जानी चाहिए।
सूचना के अनुसार हरियाणा के एनसीआर शहरों में 1,469 कुल औद्योगिक क्षेत्रों में से पहले ही 408 ने पीएनजी का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश के एनसीआर शहरों में 2,273 औद्योगिक इकाइयों में से 1161 औद्योगिक इकाइयां पीएनजी पर चल रही हैं। राजस्थान के एनसीआर शहरों में 436 औद्योगिक इकाइयों में से केवल 124 औद्योगिक इकाइयां ही पीएनजी का प्रयोग कर रही है।
आयोग ने पहले से ही पीएनजी आपूर्ति से जुड़े इन राज्यों के भी उन उद्योगों का आडिट और निरीक्षण करने के निर्देश दिए है। आयोग ने इन इकाइयां किसी दूसरे प्रदूषणकारी ईंधन का उपयोग तो नहीं कर रही हैं यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि । राज्यों को एनसीआर क्षेत्र में बिना-अनुमोदन वाले ईंधन के प्रयोग से रोकने और ऐसा करने वाले उद्योगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।