![](/wp-content/uploads/2021/10/uttar_pradesh_kanpur_iaf_officer_first_zika_virus_1635084803709_1635084803849.jpg)
मेरठ : उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस और डेंगू के कहर के बाद प्रदेश में जीका वायरस को लेकर जनपद मेरठ में अलर्ट जारी किया गया है। बता दें कि कानपुर में पिछले दिनों एक एयरपोर्ट्स कर्मचारी में जिका वायरस की पुष्टि होने के बाद मंडली सर्विलांस अधिकारी डॉ अशोक कल्याण के नेतृत्व में एक टीम कानपुर पहुंची है। बताया जा रहा है कि जीका वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं है। वायरस से बचने के लिए मच्छरों से बचकर रहना ही प्रमुख उपाय हैं।
नतालिया ने बताया कि जीका वायरस का संक्रमण भी मच्छरों के जरिए फैलता है। डेंगू चिकनगुनिया के संवाहक एडिट प्रसाद के मच्छर से जिका वायरस की संभावना बढ़ती है। जिनके काटने से इन बीमारियों के वायरस शरीर में प्रवेश करके शंकर फैलाने का कार्य करते हैं।
3 से 14 दिन में दिखते हैं जिका वायरस के लक्षण
नतालिया ने बताया कि जिका वायरस के लक्षण शरीर के अंदर 3 से 14 दिन के भीतर दिखते हैं। ऐसे में दवा खाने से ना तो बुखार उतरता है। साथ ही डेंगू ,मलेरिया, चिकनगुनिया व टाइफाइड की जांच में पुष्टि नहीं होती है।
दिन के समय काटता है मच्छर
डॉक्टर ने बताया कि जीका वायरस का समय है डीएचएफटी नमक मचलता है रात के अपेक्षा दिन में अधिक सक्रिय होता है जिसके कारण के समय ही काटता है। या मच्छर गर्भवती और समान महिलाओं के लिए अधिक घातक और खतरनाक होता है। संक्रमण होने पर वायरस गर्भ में पल रहे बच्चे के मस्तक पर सीधा अटैक करता है।