
योगी का फैसला : अब मृतक आश्रित में विवाहित बेटियों को नौकरी
अनुकंपा के आधार पर विवाहित बेटियों को भी नौकरी देने का फैसला लिया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगामी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में प्रदेश की बेटियों के हित में बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री ने मृतक आश्रित कोटे से अविवाहित बेटियां भी सरकारी नौकरी की हकदार होंगी। बता दें कि बुधवार को ही कैबिनेट बैठक के बाद सरकुलेशन में इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री ने मंजूरी दे दी है। बता दें कि प्रदेश में अभी तक मृतक आश्रित कोटे के तहत अनुकंपा के आधार पर पुत्र विवाहित पुरुष विवाहित बेटियों को ही नौकरी देने की व्यवस्था थी लेकिन मुख्यमंत्री ने आश्रित कोटे पर अनुकंपा के आधार पर विवाहित बेटियों को भी नौकरी देने का फैसला लिया है।
गौरतलब है कि इस तरह के कई मामले भी कोर्ट पहुंचे जहां अविवाहित बेटियों को मृतक आश्रित कोटे से नौकरी से नौकरी का प्रावधान था। विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी ने इस मामले को संज्ञान लिया और पुरानी व्यवस्था में संशोधन करने पर सहमति बनी कि कुटुंब की परिवार से विवाहित स्त्रियों को भी जोड़ दिया जाए। उत्तर प्रदेश सेवा काल में मृत सरकारी सेवकों के आश्रितों की नियमावली 2021 को कैबिनेट मंजूरी के लिए भेजा था लेकिन इसकी बाई सर्कुलेशन कैबिनेट में मुख्यमंत्री ने मंजूरी दे दी जिसके बाद अब मृतक आश्रित की विवाहित बेटियों को नौकरी मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
यूपी कैबिनेट में इन प्रस्ताव को मिली मंजूरी
बता दें कि उत्तर प्रदेश कैबिनेट बैठक के बाद सरकुलेशन में गन्ना में बढ़ोतरी मूल के जाने की घोषणा को अपनी मंजूरी दे दी है । योगी सरकार ने पात्र गृहस्थी और अंत्योदय कार्ड धारकों को मार्च 2022 तक निशुल्क राशन के साथ 1 किलो चना 1 लीटर का तेल 1 किलो आयोडीन नमक भी दिया जाएगा। वही योगी सरकार के इस कैबिनेट में पंजीकृत अधिवक्ताओं को ₹500000 एकमुश्त मिल सकेंगे।